लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी वापस लेने के बाद रोहन गुप्ता ने अब कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजी चिट्ठी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हालांकि, उन्होंने किसी भी नेता के नाम का उल्लेख नहीं किया है.
इस्तीफे में रोहन गुप्ता ने लिखा, मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. मुझे यह बताते हुए दुख हो रहा है कि पिछले दो वर्षों से पार्टी के संचार विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ नेता द्वारा लगातार मेरा अपमान और चरित्र हनन किया जा रहा है.
अब व्यक्तिगत संकट के समय में मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया गया है. मैंने टूटे हुए दिल से इस्तीफा देने का फैसला किया है. यह बहुत तकलीफदेह था, लेकिन मेरे आत्मसम्मान की रक्षा के लिए ये जरूरी था. अब मेरे संस्कार मुझे इस पार्टी में रहने की इजाजत नहीं देते.
कांग्रेस पार्टी ने रोहन गुप्ता को 12 मार्च को अहमदाबाद पूर्व सीट से उम्मीदवार बनाया था. लेकिन, इसके चार दिन बाद ही यानी कि 16 मार्च को रोहन गुप्ता ने पिता के खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. इसके बाद से ही उनके पार्टी छोड़ने की भी अटकलें लग रही थीं.
गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता राजकुमार गुप्ता के बेटे रोहन गुप्ता ने पुणे के एक निजी कॉलेज से स्नातक की डिग्री पूरी की है. वह 2012 में कांग्रेस में शामिल हुए और तब से विभिन्न पदों पर रहे. उन्हें 20 जून 2022 को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया था. इससे पहले वह सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म के चेयरपर्सन के तौर पर काम कर रहे थे.
रोहन गुप्ता के पिता राजकुमार गुप्ता भी कांग्रेस के नेता रह चुके हैं. राजकुमार गुप्ता ने 2004 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन अहमदाबाद सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे.
रोहन ने मंगलवार (19 मार्च) को कहा था कि उनके पिता उनके चुनाव लड़ने के फैसले से खुश नहीं हैं. उन्होंने भी कुछ दिन पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर पार्टी के साथ अपने दशकों पुराने रिश्ते भी तोड़ लिए हैं.