अहमदाबाद विमान हादसा: अमेरिकी वकील ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया, जिंदा बचे यात्री से भी मिले

अहमदाबाद विमान हादसा: अमेरिकी वकील ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया, जिंदा बचे यात्री से भी मिलेअहमदाबाद विमान हादसा: अमेरिकी वकील ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया, जिंदा बचे यात्री से भी मिले

अहमदाबाद: एयर इंडिया 171 विमान दुर्घटना के पीड़ित परिवारों ने अमेरिका की अदालत का दरवाजा खटखटाया है. पीड़ित परिवारों ने एयर इंडिया कंपनी और बोइंग के खिलाफ US फेडरल कोर्ट में याचिका दायर की है. अमेरिकी वकील डी माइकल एंड्रयूज अहमदाबाद विमान दुर्घटना के पीड़ितों के कम से कम 65 परिवारों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

अमेरिका की प्रतिष्ठित लॉ फर्म बेस्ली एलन (Beasley Allen) के प्रमुख माइकल विमान दुर्घटना की जांच के लिए अहमदाबाद पहुंचे हैं. उन्होंने रविवार सुबह दुर्घटनास्थल का दौरा कर गहन निरीक्षण किया और प्रारंभिक जानकारी प्राप्त की. वह तीन दिन भारत में रहेंगे और इस दौरान विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलकर उनकी पीड़ा और मांगें सुनेंगे.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माइकल शनिवार को सूरत पहुंचे, जहां से वह एकमात्र जीवित बचे विश्वाश कुमार रमेश से मिलने दीव गए. एंड्रयूज ने कहा कि उनकी लॉ फर्म कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) के डेटा की विस्तृत प्रति प्राप्त करने के लिए गुजरात की एक अदालत में एक याचिका दायर करेगी. एंड्रयूज ने कहा कि उनकी लॉ फर्म की विशेषज्ञ टीम डेटा का विश्लेषण करेगी… ताकि अमेरिकी संघीय अदालत में बोइंग के खिलाफ मामला दायर किया जा सके.

एंड्रयूज पहले भी विमान दुर्घटनाओं के पीड़ितों के परिवारों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, जिसमें 2019 में इथियोपियन एयरलाइंस द्वारा संचालित बोइंग 737 मैक्स फ्लाइट 302 की दुर्घटना के पीड़ित भी शामिल हैं, जिसमें सभी 149 यात्री और आठ चालक दल के सदस्य मारे गए थे. अहमदाबाद विमान दुर्घटना पीड़ितों के परिजनों ने कानूनी कार्यवाही में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए उनसे संपर्क किया था. यह भारत में बेस्ली एलन और माइक का पहला मामला होगा.

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एंड्रयूज ने कहा, “एयर इंडिया 171 दुर्घटना और 737 मैक्स दुर्घटनाओं को सुधार की मांग के रूप में देखा जाना चाहिए – स्वतंत्र निगरानी बहाल करने, यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और विमानन मानकों में वैश्विक विश्वास का पुनर्निर्माण करने के लिए.”

एंड्रयूज़ ने आगे कहा, “हम कई परिवारों से मिले हैं जो जानना चाहते हैं कि वास्तव में क्या हुआ था और किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. हमने भारत सरकार की जांच एजेंसियों द्वारा एकत्रित सीवीआर और एफडीआर की प्रतियां प्राप्त करने के लिए गुजरात की एक अदालत में एक याचिका दायर करने की योजना बनाई है. एफडीआर हमें बताएगा कि विमान में ‘क्या’ हुआ और सीवीआर हमें बताएगा कि ‘क्यों’ हुआ. यह डेटा कॉकपिट में होने वाली आवाजों, स्विच, बीप, सायरन, अलार्म और अन्य चीजों पर प्रकाश डालेगा. हमारी लॉ फर्म में कंप्यूटर विश्लेषण, एनीमेशन और पुनर्निर्माण, हाइड्रोलिक और चुनिंदा इंजीनियरों और पायलटों के विशेषज्ञ हैं. विशेषज्ञों की टीम सारी जानकारी को एक साथ रखेगी और समझेगी कि कॉकपिट में क्या हुआ था.”

 

12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के बाद फौरन बाद एयर इंडिया 171 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान हादसे में 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 241 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि केवल एक व्यक्ति विश्वास रमेश कुमार चमत्कारिक रूप से बच गए थे, जो विमान में 11A सीट पर बैठे थे.

 

बोइंग कंपनी का विमान अहमदाबाद के मेघाणी नगर के बीजे मेडिकल हॉस्टल पर गिर गया था. जिससे सिविल हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टरों की भी मौत हो गई थी और इस दुर्घटना में कुल 274 लोगों की जान गई थी. इस विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणीका भी निधन हो गया था. तीन दिन बाद DNA मैच होने पर राजकोट में उनका अंतिम संस्का

र किया गया था.

Advertisements