Left Banner
Right Banner

अहमदाबाद विमान हादसाः 31 शवों के DNA सैंपल मैच, परिजनों को सौंपे जा रहे, सरकार ने लगाए 191 एंबुलेंस

अहमदाबाद में 3 दिन पहले गुरुवार को हुए विमान हादसे में मारे गए लोगों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक अफसर ने आज रविवार को कहा कि अधिकारियों ने डीएनए टेस्टिंग के जरिए अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों में से 31 की पहचान कर ली गई है और 12 परिवारों ने अब तक शवों के लिए दावा किया है. इस बीच गुजरात सरकार ने परिजनों को पार्थिव शरीर सौंपने का काम शुरू कर दिया है.

सरकारी बीजे मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के प्रोफेसर डॉक्टर रजनीश पटेल ने कहा कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के डीएनए मिलान की प्रक्रिया भी चल रही है. इससे पहले अधिकारियों की ओर से कहा गया था कि पीड़ितों के परिवारों के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए 230 टीमें बनाई गई थीं.

अलग-अलग जिलों से मंगाए गए 192 एंबुलेंस

मारे गए लोगों में अहमदाबाद से लंदन जाने वाली उड़ान में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 241 शामिल थे. राज्य के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी इस हादसे में मारे गए यात्रियों में शामिल थे. हालांकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया.

विमान हादसे के तीसरे दिन परिजनों को पार्थिव शरीर सौंपने का काम गुजरात सरकार ने शुरू कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक इसके लिए करीब एक हजार लोगों की टीम तैयार की गई है. सरकार ने गुजरात के अलग-अलग जिलों से एंबुलेंस मंगवाया है. इस काम के लिए कुल 192 एंबुलेंस लगाए गए हैं.

एक एंबुलेंस में ड्राइवर के साथ सपोर्टिंग स्टॉफ भी रखा गया है. सरकार ने इस बात का ऐलान किया है कि सभी पार्थिव शरीर को परिजनों के घर तक पहुंचने के लिए किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा. अब तक 31 शवों के डीएनए मैच हो चुके हैं. उनमें से 13 पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है.

DNA मैच होते ही परिजनों को सौंपे जा रहे शव

त्वरित जानकारी के लिए अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल की ओर से हर 2 घंटे पर मेडिकल बुलेटिन जारी करने का ऐलान किया गया है. इसके लिए अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में 590 डॉक्टरों की पैरामेडिकल स्टॉफ की टीम लगाई गई है. टीम 24×7 मोड पर काम कर रही है. दावा किया जा रहा है कि जैसे-जैसे डीएनए मैच होता जा रहा है वैसे-वैसे कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए पार्थिव शरीर को परिजनों को हैॉड ओवर किया जा रहा है.

इस पूरी प्रक्रिया के लिए सरकार ने 230 लोगों की ट्रांसपोर्टेशन के लिए अलग टीम बनाई है. उदाहरण के लिए कोई परिजन पार्थिव शरीर को लेने के लिए यदि 10 लोगों के साथ आया है तो 10 लोग हॉस्पिटल से कैसे जाएंगे इसकी व्यवस्था ट्रांसपोर्ट की टीम कर रही है.

बुरी तरह जले या क्षत-विक्षत हो गए शव

पिछले हफ्ते 12 जून (गुरुवार) को एक विमान हादसे में बोइंग 787-8 (AI171) में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से एक को छोड़कर सभी और जमीन पर एमबीबीएस के 5 छात्रों समेत 29 अन्य लोग मारे गए. सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों के विमान मेघानीनगर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के परिसर में गिर गया और बड़े धमाके के साथ उसमें आग लग गई.

विमान हादसे में कई शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं या क्षत-विक्षत हो चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना संभव नहीं है, इसलिए हादसे में मारे गए शवों की पहचान करने के लिए डीएनए टेस्टिंग का सहारा ले रहे हैं. गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने कल शनिवार को बताया कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने 12 जून को हुई एयर इंडिया विमान हादसे के मृतकों में से 19 लोगों के शवों की डीएनए जांच के जरिए पहचान कर ली है.

Advertisements
Advertisement