अहमदाबाद में एक पुलिस इंस्पेक्टर की मौत उनके पालतू कुत्ते की मामूली खरोंच के कारण हुई, जिससे रेबीज फैल गया। पुलिस इंस्पेक्टर वीएस मंजरिया शहर के पुलिस कंट्रोल रूम में एडमिन के पद पर कार्यरत थे। घटना करीब एक महीने पहले हुई थी, लेकिन उन्होंने चोट को हल्के में लिया और प्रारंभिक इलाज ही कराया। इसके बाद तेज बुखार और अन्य गंभीर लक्षणों के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां तीन दिनों तक उपचार के बावजूद उनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, मंजरिया को उनके पालतू कुत्ते ने नाखून से चोट पहुंचाई थी। शुरुआत में वह इसे गंभीर नहीं मानते थे और केवल साधारण इलाज कराया। हालांकि, धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगड़ती गई। एक हफ्ते बाद उन्हें तेज बुखार आया और परिवार ने उन्हें अस्पताल ले जाया। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर बताया और इलाज शुरू किया, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ।
मंजरिया के शरीर में धीरे-धीरे रेबीज के लक्षण दिखाई देने लगे। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद के वीएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी मृत्यु रेबीज के कारण हुई। इस घटना ने न केवल उनके परिवार को दुखी किया, बल्कि डॉग लवर्स और आम जनता के बीच चिंता भी बढ़ा दी।
पुलिस विभाग और स्थानीय समुदाय में इस घटना की चर्चा तेजी से हो रही है। लोगों ने कहा कि पालतू जानवरों से होने वाली बीमारियों के प्रति सतर्क रहना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेबीज एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है, जो मामूली चोट या खरोंच से भी फैल सकती है।
मंजरिया की मौत ने यह संदेश दिया कि पालतू जानवरों की चोट को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए और तुरंत उचित चिकित्सा और टीकाकरण कराना जरूरी है। यह घटना पूरे प्रदेश में एक चेतावनी बन गई है कि छोटे घाव भी गंभीर स्वास्थ्य संकट में बदल सकते हैं।