नई दिल्ली: नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्री का पदभार संभालने के तुरंत बाद राम मोहन नायडू ने घरेलू उड़ानों को अधिक किफायती बनाने की घोषणा की है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि आम आदमी के लिए उड़ान के किराए को कम करना नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
नायडू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘मेरी प्राथमिकता आम आदमी के लिए उड़ान से सफर को आसान बनाना है. उन्होंने कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि मंत्रालय की नीतिगत योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचे.
उन्होंने कहा कि टिकटों की कीमतें किसी भी कारण से बढ़ी हों. मैं इस मुद्दे पर गहराई से विचार करना चाहता हूं और उन्हें इस देश के लोगों के लिए थोड़ा और ज्यादा सुलभ बनाने पर काम कर रहा हूं.
संसदीय समिति ने दिशानिर्देश देने कहा
इससे पहले फरवरी में एक संसदीय समिति ने यह भी प्रस्ताव दिया कि सरकार को हवाई किराए में अचानक उछाल को नियंत्रित करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने चाहिए. साथ ही वह किसी भी मार्ग के किराए सीमा की जांच कर सकता है.
सप्लाई और डिमांड के आधार पर तय होता है किराया
इस एयरलाइन्स का कहना है कि किराए सप्लाई और डिमांड के आधार पर तय होते हैं. इस बीच भारत की दो सबसे बड़ी एयरलाइन्स इंडिगो, जिसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग 60 प्रतिशत है और टाटा ग्रुप की एयरलाइन्स, जिसकी हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत है, दोनों ने सैकड़ों नए विमानों का ऑर्डर दिया है और सरकार बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए और हवाई अड्डे जोड़ रही है.
भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता विमानन बाजार है. हालांकि, डोमेस्टिक फ्लाइट्स को ग्लोबल सप्लाई से जुड़े व्यवधानों से जूझना पड़ता है, जिससे विमान डिलीवरी में देरी होती है और किराए में बढ़ोकरी होती है.