अलीगढ़ में रविवार को एक ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट लैंडिंग के दौरान एयरपोर्ट की दीवार से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. उस समय एयरक्राफ्ट में एक ट्रेनी पर्व जैन मौजूद थे जो सुरक्षित हैं. एयरपोर्ट के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है.
ट्रेनी ने कूदकर जान बचाई
दरअसल, धनीपुर हवाई पट्टी पर पायनियर एवी एवीएशन कंपनी का ट्रेनिंग विमान उड़ान भर रहा था. दोपहर को लगभग 3:10 पर ट्रेनी पायलट पर्व जैन ट्रेनिंग के दौरान एयरक्राफ्ट उड़ा रहे थे. जब वह एयरक्राफ्ट को एयरपोर्ट पर लैंड करने वाले थे, तभी विमान एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल से टकरा गया और क्षतिग्रस्त हो गया. किसी तरह कूदकर ट्रेनी ने अपनी जान बचाई.
घटना में विमान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. घटना के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी के लोग और प्रशासन के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं.
नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक एस एस अग्रवाल ने बताया कि 3:10 पर पायनियर फ्लाइंग अकैडमी का एक जहाज पीएनएच जिसमें एक अकेला स्टूडेंट सोलो फ्लाइट कर रहा था, लैंडिंग के समय बाउंड्री से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. स्टूडेंट बिलकुल सेफ है और बाकी आगे की कारवाई की जारी है.
एयरक्राफ्ट क्रैश की स्थिति में पायलट को क्या करना चाहिए
मेडे (MAYDAY) कॉल
पायलट को तुरंत ATC (Air Traffic Control) को ‘MAYDAY’ कॉल के ज़रिए इमरजेंसी की सूचना देनी चाहिए ताकि बचाव कार्य शुरू हो सके.
इमरजेंसी चेकलिस्ट फॉलो
हर एयरक्राफ्ट में इमरजेंसी चेकलिस्ट होती है. पायलट को उसे तेजी से और सटीक तरीके से फॉलो करना होता है, जैसे इंजन फेल होने पर क्या करना है, फ्यूल लीकेज, आग लगने की स्थिति, आदि.
सही जगह लैंडिंग की कोशिश
अगर क्रैश लैंडिंग unavoidable हो, तो पायलट को ऐसी जगह खोजनी होती है जो सबसे कम नुकसानदायक हो. जैसे खाली खेत, हाईवे, या पानी की सतह (अगर प्लेन वाटर लैंडिंग कर सकता है).
फ्यूल सप्लाई बंद करना
क्रैश से पहले फ्यूल सप्लाई ऑफ करना जरूरी होता है ताकि आग लगने का खतरा कम हो.