ब्रिक्स देशों के NSA और विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं होंगे अजीत डोभाल और एस जयशंकर, पहलगाम अटैक के बाद भारत का बड़ा फैसला

BRICS NSAs and FMs meet: पहलगाम आतंकवादी हमलों के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ने के कारण एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर अगले हफ्ते होने वाली ब्रिक्स एनएसए और विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं होंगे. इस बैठक 30 अप्रैल को ब्राजील में होगी.

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ET की रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में अजीत डोभाल की जगह डिप्टी एनएसए पवन कपूर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. ब्रिक्स एनएसए बैठक में सीमा पार आतंकवाद के साथ-साथ दूसरे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा होगी.सूत्रों ने बताया कि सीमा पार आतंकवाद, आतंकियों को मिलने वाली फंडिंग और उनके नेटवर्क को खत्म करना इस बैठक के सबसे अहम मुद्दों में शामिल रहेगा.

जानें क्या होगा इसका एजेंडा

11 ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जुलाई में होने वाले शिखर सम्मेलन के एजेंडे को तय करने और उसे बेहतर बनाने के लिए एक साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में खास तौर पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जलवायु वित्त, सीमा पार भुगतान की पहल और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार जैसे मुद्दों पर फोकस रहेगा.

जानकारी के मुताबिक, रियो डी जेनेरियो में 6-7 जुलाई को होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और जलवायु वित्त पर खास दस्तावेज तैयार किए जाएंगे और इन्हें अपनाए जाने की संभावना है.

भारतीय नौसेना ने पोत विध्वंसक अभ्यास किया

पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में बढ़े तनाव के बीच भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने लंबी दूरी के सटीक हमलों के लिए अपनी तैयारी को प्रदर्शित करते हुए सफलतापूर्वक पोत विध्वंसक अभ्यास किया.

भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने कहा,’भारतीय नौसेना के पोतों ने लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमले के लिए मंचों, प्रणालियों और चालक दल की तत्परता को पुनः प्रमाणित करने और प्रदर्शित करने के लिए पोत विध्वंसक अभ्यास सफलतापूर्वक किया.” उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए हर समय, कहीं भी, हर तरह से युद्ध के लिए तैयार है.

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