सपा सांसदों के साथ मस्जिद पहुंचे थे अखिलेश, सीएम रेखा ने दिए जांच के आदेश

रामपुर के सपा सांसद और संसद की मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने जमाल सिद्दीकी ने मस्जिद के इमाम को हटाने की मांग दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से की है. उन्होंने इसको लेकर एक पत्र भी दिया है और कार्रवाई की मांग की है. इस पर सीएम रेखा ने जांच के आदेश दिए हैं. पत्र में सिद्दीकी ने लिखा कि मौलाना नदवी वर्तमान में दिल्ली वक्फ बोर्ड के अधीन संसद मस्जिद में इमाम के रूप में तैनात हैं. इस पद के लिए वे वक्फ बोर्ड से 18 हजार रुपए हर महीने वेतन लेते हैं.

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सीएम रेखा ने दिए जांच के आदेश

बीजेपी नेता की शिकायत के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सपा सांसद की मस्जिद में जाने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी कल सपा सांसद के मस्जिद जाने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मिले और शिकायत दी थी.

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने मस्जिद के इमाम को हटाने की भी मांग की है. इसके बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने संसद परिसर की मस्जिद में समाजवादी पार्टी के सांसद की हालिया विजिट को लेकर जांच के आदेश दिए हैं.

क्या है जमाल सिद्दीकी का तर्क?

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को लिखे पत्र में जमाल सिद्दीकी ने लिखा है कि पार्लियामेंट मस्जिद नई दिल्ली के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हैं. साल 2024 के लोकसभा चुनाव कर रामपुर के सांसद भी हैं.

 

पार्लियामेंट मस्जिद दिल्ली वक्फ बोर्ड के अंतर्गत आती है. उनकी गतितिधियां सपा को लाभ पहुंचाने वाली हैं. वे धर्म का काम करने के बजाय समाजवादी पार्टी का काम कर रहे हैं. वे उस मस्जिद को अपना ऑफिस मान चुके हैं.

क्या है विवाद की जड़?

समाजवादी पार्टी के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी की तरफ से 22 जुलाई को मस्जिद में एक बैठक की जाती है. इसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अन्य सांसदों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मस्जिद जहां नमाज अदा की जाती है. इसके साथ ही वहीं बैठकर चाय-नाश्ता भी किया गया था, जो कि इस्लामी नियमों के खिलाफ है. इसी को लेकर घमासान मचा हुआ है.

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