उत्तर प्रदेश : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इटावा के सैफई में पहुंचे जहां पर उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी के साथ चुनाव को लेकर एक बैठक की. बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं को आदेश दिए की जनता के बीच पहुंचकर उन्हें पार्टी के प्रति जागरूक करें.
सपा बनाए रखना चाहती है अपना गढ़
प्रदेश में होने विधानसभा उपचुनाव में सबसे पॉपुलर सीट करहल विधानसभा सीट मानी जा रही है. क्योंकि यह सीट हमेशा से समाजवादी पार्टी के खाते में रही है. इस सीट को समाजवादी पार्टी हर हाल में अपने पास रखना चाहती है. इसीलिए इस सीट पर सपा के द्वारा तेज प्रताप यादव को चुनावी मैदान में उतारा गया है. जो कि पहले मैनपुरी लोकसभा से सांसद रह चुके. इस सीट को जीतने के लिए अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद मोर्चा संभालते हुए दिखाई दे रहे हैं.
अखिलेश यादव आज सैफई में पार्टी कार्यालय पर पहुंचे. जहां पर उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी के साथ में एक बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी को आदेश दिए हैं की जनता के बीच पहुंचकर समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों के बारे में जनता को अवगत कराया जाए. बताते चलें कि समाजवादी पार्टी की सीट पर बड़े मार्जन के साथ जीत हासिल करना चाहती है.
डर के वजह से बीजेपी ने बदलवाई तारीख
अखिलेश यादव ने कहा की भारतीय जनता पार्टी के द्वारा 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर करवाई गई है. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि बीजेपी के लोगों को पता है कि दीपावली के त्यौहार के मौके पर भारी संख्या में लोग प्रदेश में आए हुए थे. अब ऐसे में उन्हें डर लग रहा था कि यह लोग अगर 13 नवंबर तक रुक गए तो समाजवादी पार्टी को बड़ा फायदा होगा इसीलिए इन्होने तारीख को बदलवा दिया.
वही अखिलेश ने आगे कहा कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में हमारे द्वारा 500 बेड बाले सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल का उद्घाटन किया गया था लेकिन आज तक वह पूरी तरीके से चालू नहीं हो सका है.जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद जनता को मिलने वाले इलाज पर भाजपा ने बिल्कुल ध्यान नहीं दिया है. वही मुझे पूरा यकीन है कि जनता उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर साइकिल दौड़ाने का काम करेगी.