सैफई: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस वर्ष अपने जन्मदिन के अवसर पर एक महत्वपूर्ण और भावनात्मक अपील की है. उन्होंने अपने सभी शुभचिंतकों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों से आग्रह किया है कि वे इस बार उन्हें किसी भी प्रकार की भौतिक भेंट न दें. पारंपरिक पुष्प गुच्छ, मूर्तियां, तस्वीरें, पार्टी के चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ की प्रतिकृतियां या किसी भी अन्य तरह के उपहार की जगह, अखिलेश यादव ने सभी से अपील की है कि वे अपना योगदान माननीय नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के निर्माणाधीन ‘समाजवादी स्मारक’ में ‘आस्था अंशदान’ के रूप में जमा कराएं.
अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया है कि यह अपील सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि समाजवादी मूल्यों और दिवंगत नेताजी के विरासत के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाने का एक अवसर है. उनका मानना है कि यह स्मारक सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि समाजवाद के सिद्धांतों और नेताजी के संघर्षों का एक शाश्वत प्रतीक होगा. इस स्मारक का निर्माण समाजवादी विचारधारा को भविष्य की पीढ़ियों तक पहुंचाने और नेताजी के योगदान को चिरस्मरणीय बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है.
यह ‘आस्था अंशदान’ पार्टी कार्यालय में आधिकारिक रूप से जमा कराया जा सकेगा. अखिलेश यादव ने इस पहल को पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच एक भावनात्मक जुड़ाव के रूप में भी देखा है. उन्होंने कहा कि यह सहयोग समाजवादी विचारधारा के प्रति हर व्यक्ति की निष्ठा और विश्वास का प्रतीक होगा.
इस पहल का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हर अंशदाता का नाम ‘समाजवादी स्मारक सहयोग पुस्तिका’ में प्रकाशित किया जाएगा. यह कदम न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा, बल्कि उन सभी व्यक्तियों को सम्मानित भी करेगा जो इस पुनीत कार्य में अपना योगदान देंगे. यह पुस्तिका भविष्य में एक ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में काम करेगी, जो उन लोगों के समर्पण को दर्शाएगी जिन्होंने समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाने में मदद की.