उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ केस दर्ज किया है. हालांकि, एफआईआर को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना दुखद है. हमारे सांसद संभल में मौजूद नहीं थे फिर भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. यह पूरा का पूरा दंगा करवाया गया है… सरकार ने करवाया है. अखिलेश यादव ने कहा कि सांसद संभल में नहीं थे, बेंगलुरु में थे. पूरा विपक्ष इस सवाल को सदन में उठाना चाहता है लेकिन मौका नहीं दिया गया. हालांकि, एफआईआर मामले में पुलिस ने जवाब देते हुए कहा है कि कोई कहीं भी रहे, जगह से फर्क नहीं पड़ता है.
जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की थी हिंसा
उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़काने वालों पर पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने रात भर छापेमारी की. मामले में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ केस दर्ज किया है. सपा सांसद पर आरोप है कि उन्होंने सुनियोजित तरीके से इस हिंसा को भड़काया. इसके लिए उन्होंने मस्जिद के बाहर भीड़ को इकट्ठा किया और फिर उसे उकसाया, जिसके बाद इतने बड़े स्तर पर हिंसा हुई.
जिला अदालत के आदेश के बाद संभल की शाही जामा मस्जिद के अंदर सर्वे का काम चल रहा था. सर्वे के दौरान अचानक भारी संख्या में लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे. इसके बाद पुलिस की टीम पर पथराव शुरू कर वाहनों में आग लगा दी. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और लाठियों का इस्तेमाल किया. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई.
हिंसा में इन 4 लोगों की गई जान
संभल हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के रूप में हुई. नौमान और बिलाल अंसारी को रात 11 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया गया. हिंसा को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत की गई है. एक निजी संस्था ने संभल में पुलिस की फायरिंग से 4 युवकों की मौत का आरोप लगाते हुए वीडियो भी आयोग को भेजा गया है.