सहारनपुर से खतरे की घंटी! हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 3.11 लाख क्यूसेक पानी, यमुना उफान पर

सहारनपुर : हथिनीकुंड बैराज से आज 3.11 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़कर 335.72 मीटर पर पहुंच गया.बढ़ते जलस्तर ने हरियाणा और यूपी में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं.बारिश के चलते यमुना समेत प्रदेश की नदियां उफान पर हैं.हरियाणा के लगभग 90 गांव प्रभावित हो गए हैं और करीब 4200 एकड़ फसल पानी में डूब गई है.

 

स्थिति को देखते हुए हथिनीकुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं.लगातार पानी छोड़े जाने से दिल्ली और आसपास के इलाकों में अगले 72 घंटों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हथिनीकुंड बैराज से हर साल बरसात के मौसम में लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है.यह पानी एक ओर किसानों की सिंचाई के लिए वरदान साबित होता है, वहीं दूसरी ओर निचले इलाकों के लिए आफत बन जाता है.

 

जलस्तर बढ़ने से फसलें बर्बाद, जमीनों का कटाव और सड़कों के बहने जैसी स्थितियां पैदा हो जाती हैं.कई बार जान-माल का नुकसान भी सामने आता है. हथिनीकुंड बैराज हरियाणा के यमुनानगर जिले में यमुना नदी पर स्थित है। इसका निर्माण 1999 में पूरा हुआ और 2000 से यह पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रहा है. ये बांध नहीं, बल्कि बैराज है, यानी इसका उद्देश्य पानी रोकना नहीं बल्कि नहरों में डायवर्ट करना है.

 

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