शराब का नाम आते ही हर शराबी का पहला सवाल होता है, चखने में क्या है? वैसे तो शराब के साथ चखने में किसी स्पेशल डिश की बाध्यता नहीं है, लेकिन फिर भी 10 रुपए में आने वाला ये चखना शराब के साथ सबसे ज्यादा परोसा और यूज किया जाता है. आज हम आपको शराब के साथ सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले इस चखने के बारे में बता रहे हैं और साथ में बताएंगे कि देश में इसका कितना बड़ा कारोबार है.
10 रुपए का पसंदीदा चखना
वैसे तो शराब के साथ चखने में पापड़, सलाद, नमकीन और पनीर का इस्तेमाल खूब होता है, लेकिन इन सबसे हटकर अगर शराब के साथ चखने में कुछ पसंद किया जाता है तो चटपटी मूंगफली है. लोगों की डिमांड को देखते हुए बड़ी-बड़ी कंपनियों ने 10 रुपए के पाउच में कई फ्लेवर में मूंगफली बाजार में उतारी हुई हैं. जिनको शराब की महफिलों में साथ में परोसा जाता है.
देश में कहां होता है मूंगफली का उत्पादन
भारत में मूंगफली की खेती कई राज्यों में बड़े पैमाने पर होती है. इसका सबसे ज्यादा उत्पादन कुछ चुनिंदा राज्यों में होता है, जिसमें गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश प्रमुख हैं. भारत में मूंगफली की खेती ज्यादातर खरीफ सीजन (मानसून) में होती है, लेकिन कई जगह रबी सीजन में भी इसे उगाया जाता है. मूंगफली किसानों के लिए नकदी फसल भी मानी जाती है क्योंकि इसका तेल, चारा और दाना तीनों बिकते हैं.
कितना बड़ा है मूंगफली का कारोबार
भारत में पैकेज्ड स्नैक फूड मार्केट (जिसमें मूंगफली, नमकीन, भुजिया, मिक्सचर, चिप्स आदि आते हैं) का अनुमानित कारोबार करीब 40,000 से 45,000 करोड़ रुपए सालाना का है. इसमें अकेले मूंगफली और उससे जुड़े स्नैक्स (मसलन मसाला मूंगफली, रोस्टेड मूंगफली, फ्लेवर्ड दाने) का हिस्सा करीब 8,000 से 10,000 करोड़ रुपए का है.
भारत में हल्दीराम्स, बीकानेरवाला, बालाजी, हल्दीराम नागपुर, बिकाजी, लेजेंड स्नैक्स, लोकल ब्रांड और अनब्रांडेड लोकल पैकेट्स सभी इसका बड़ा हिस्सा हैं. इसके अलावा लोकल नमकीन मैन्युफैक्चरर छोटे-छोटे पैक बना कर लोकल बाजार में बेचते हैं.