अंडमान सागर में उत्पन्न हुआ भीषण चक्रवाती तूफान फेंगल भारत के तटों की ओर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में मौसम विभाग ने साइक्लोन के चलते तमिलनाडु के तीन जिलों और पुडुचेरी के एक हिस्से में तेज बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा विभाग ने राज्य में अगले तीन दिनों तक बारिश का भी अनुमान लगाया है. वहीं विभाग ने बताया कि इस तूफान का असर बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भी देखने को मिलेगा. ऐसे में इसकी वजह से इन राज्यों को भी अलर्ट में रखा गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात फेंगल को देखते हुए तमिलनाडु में राहत कार्यों की तैयारी के तहत एनडीआरएफ की 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरूर,मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं. साथ ही मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्कूलों को बंद करने के भी आदेश दिए हैं. इसके अलावा तूफान से निपटने के लिए राहत शिविर और आपातकालीन संचालन केंद्र के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
बारिश की वजह से हो गया है जलभराव
फेंगल की वजह से चेन्नई और आसपास के जिले चैंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर, उत्तरी तटीय शहर कुड्डालोर और नागपट्टनम सहित कावेरी डेल्टा क्षेत्र में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से जगह-जगह पर जलभराव हो गया है. ऐसे में कई इलाकों में भारी जाम के हालात पैदा हो गए. उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शहरी इलाकों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को रखरखाव कार्य जारी रखने की सलाह दी ताकि जलभराव को रोका जा सके. रखरखाव के तहत नहरों से गाद निकालने का काम जारी है. बारिश की वजह से चेन्नई में 7 फ्लाइट्स की लैंडिंग में देरी हुई.
#WATCH | Tamil Nadu | Director of Regional Meteorological Centre, Chennai, Dr S Balachandran says, "As of now, yesterday's depression intensifies today morning into a deep depression… It is likely to further intensify into a cyclonic storm and move towards the north direction,… pic.twitter.com/KB5Tv1yjFT
— ANI (@ANI) November 26, 2024
चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने फेंगल के संकट से निपटने के लिए उच्चस्तरीय बैठक की और अधिकारियों को संवेदनशील जिलों में राहत कार्यों के लिए तैनात किया. तूफान की वजह से मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है. हालात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य की टीम को तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टनम और कुड्डालोर जिलों के लिए रवाना किया गया है. आईएमडी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव मंगलवार को गहरे दबाव में बदल गया और इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.
चक्रवात बनने से बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश ठंड बढ़ने लगी है. इसकी वजह से शाम ढलते ही तापमान में गिरावट आने लगती है. सुबह में भी कोहरा का प्रभाव बढ़ने लगा है. ऐसे में आने वाले दिनों में इन राज्यों भीषण ठंड और बारिश होने का अनुमान है.