सागर। मकरोनिया थाना क्षेत्र के दीनदयाल नगर में रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती को घर में डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने 14 लाख रुपये ठग लिए। युवती ने इसकी शिकायत मकरोनिया थाना में दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपित पर आइटी एक्ट सहित ठगी व अन्य धाराओं के तहत मामला कायम कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार दीनदयाल नगर निवासी एक युवती बैंगलुरु की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती है। पिछले दिनों वह अपने घर सागर आई हुई थी। छह जनवरी को दोपहर करीब 3 बजे उसके मोबाइल पर एक फोन आया।
समझें पूरा मामला
एक महिला ने खुद को दूरसंचार कंपनी का प्रतिनिधि बताकर कहा कि उसका मोबाइल सिम, आधार नंबर से लिंक नहीं है। इस आधार पर उसका मोबाइल नंबर बंद किया जा रहा है। आपके मोबाइल नंबर पर अनाधिकृत विज्ञापन, मानव तस्करी एवं मनी लाउंड्रिंग का मामला दर्ज है।
कृपया आप दिल्ली पुलिस से संपर्क करें या वह खुद उसे साइबर पुलिस से कनेक्ट कर सकती है। युवती महिला ठग की बातों में आ गई। इसी दौरान ठग ने उसे दूसरी लाइन पर किसी व्यक्ति से बात कराई, जिसमें युवती को बताया गया कि उसके नंबर पर दिल्ली में एफआइआर दर्ज है।
इसी दौरान उसे एक वीडियो कॉल से जोड़ दिया गया। वीडियो कॉल पर दूसरी तरफ एक व्यक्ति पुलिस वर्दी पहने हुए दिखाई दिया। वर्दी पहने ठग ने युवती पर मानव तस्करी व मनी लाउंड्रिंग केस दर्ज होने की बात कहते हुए बताया कि वह डिजिटल अरेस्ट हो चुकी है। उसे 24 घंटे वीडियो सर्विलांस पर रहना होगा।
ठग ने कहा कि आप मुझे लिखकर दो कि आप इस केस में शामिल नहीं हो। इसकी जांच सीबीआई कर रही है। युवती ने इंटरनेट मीडिया समूह पर आवेदन लिखकर भी भेजा। इसके बाद ठग ने युवती को सीबीआइ मुख्यालय से कनेक्ट करने की बात कहकर एक तीसरे व्यक्ति से बात कराई।
आरोपी युवती को वीडियो कॉल के माध्यम से अरेस्ट होने की बात कहते हुए नोटरी, जमानत सहित कई तरह की कानूनी प्रक्रिया पर खर्च के लिए अलग-अलग किश्तों में 4 लाख 63 हजार 776 रुपये कई यूपीआई से ट्रांसफर करवाए। इस तरह युवती से कुल 14 लाख 13 हजार 779 रुपये ठग लिए गए।
बेटी को लेकर थाने पहुंचे पिता
इसके बाद ठगों ने युवती से कहा कि अब इस मामले में उसके माता-पिता की भी गिरफ्तारी होगी। वह डर गई। युवती ने यह बात अपने पिता को बताई। पिता को ठगी का माजरा समझने में देर नहीं लगी। वे बेटी को लेकर मकरोनिया थाने पहुंचे, यहां पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।