अदाणी ग्रुप के सभी एयरपोर्ट्स डिजीयात्रा से जुड़े, अब तक 68 लाख यात्रियों ने किया इस्‍तेमाल, जानिए कैसे आपके लिए है फायदेमंद

अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) देश के जिन 7 एयरपोर्ट्स का प्रबंधन करती है, वे हवाई सफर की डिजिटल सुविधा ‘डिजीयात्रा’ (DigiYatra) से लैस हो गए हैं.

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AAHL ने बुधवार को बताया कि मैंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट और तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी अब डिजीयात्रा सुविधा से जुड़ गए हैं और इसके साथ ही, AAHL के सभी सात परिचालित एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को डिजीयात्रा की सुविधा मिल रही है.

AAHL के 5 एयरपोर्ट्स पर पहले से ही डिजीयात्रा की सुविधा मिल रही थी. ये पहल यात्रियों को बिना किसी रुकावट और संपर्करहित यात्रा अनुभव प्रदान करने के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता दर्शाती है.

  • अदाणी एयरपोर्ट्स ने अगस्त 2023 से अब तक 68 लाख+ डिजीयात्रा ट्रांजैक्शन किए
  • मैंगलुरु और तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स भी डिजीयात्रा से जुड़े
  • पिछले 9 महीनों में डिजीयात्रा ट्रांजैक्शन में 14% की औसत मासिक ग्रोथ हुई
  • अदाणी एयरपोर्ट्स पर 25% से 30% यात्री डिजीयात्रा का उपयोग कर रहे हैं

डिजीयात्रा सुविधा का विस्तार

AAHL के डायरेक्‍टर जीत अदाणी ने कहा, ’15 अगस्त 2023 को लॉन्च होने के बाद, हमारे पांच एयरपोर्ट्स, मुंबई, अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ और गुवाहाटी में डिजीयात्रा शुरू की गई. अब इसे मैंगलुरु और तिरुवनंतपुरम में भी लागू किया गया है. ये हमारी नवीनतम तकनीकों को अपनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे यात्री सुविधा और सुरक्षा में सुधार होगा.’

तेजी से बढ़ रहा है इस्‍तेमाल

AAHL के एयरपोर्ट्स पर DigiYatra का उपयोग हर महीने 14% की दर से बढ़ रहा है. औसतन, इन एयरपोर्ट्स पर 25% से 30% यात्री इस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं.

इसी साल 20 जनवरी को मुंबई एयरपोर्ट पर 37.1% यात्रियों ने डिजीयात्रा का उपयोग किया, जो कि अदाणी ग्रुप की ओर से मैनेज किए जाने वाले किसी भी एयरपोर्ट पर अब तक की सबसे अधिक हिस्सेदारी है.

क्या है डिजीयात्रा, कैसे मिलता है लाभ?

डिजीयात्रा एक डिजिटल सुविधा है, जिससे आपको एयरपोर्ट पर एंट्री और चेक-इन के लिए कागजी दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी. बस आपका चेहरा ही आपकी पहचान होता है.

ये तकनीक फेशियल रिकॉग्निशन पर आधारित है, जो आपकी पहचान को स्कैन करके आपको एयरपोर्ट के अंदर विभिन्न चेकप्वाइंट्स पर बिना रुकावट आगे बढ़ने में मदद करती है. इससे यात्रियों का समय बचता है और हवाई सफर का अनुभव बेहतरीन बनता है.

  • तेज और आसान एंट्री: इससे यात्रियों को लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होती, जिससे आपका समय बचता है.
  • कागज मुक्त यात्रा: टिकट और पहचान पत्र दिखाने की जरूरत नहीं, सिर्फ आपका चेहरा ही आपकी पहचान बनेगा.
  • बेहतर सुरक्षा: ये तकनीक बायोमेट्रिक डेटा के जरिए यात्रियों की पहचान करती है, जिससे सुरक्षा बढ़ती है.
  • स्मूथ बोर्डिंग अनुभव: एयरपोर्ट के विभिन्न चेकप्वाइंट्स पर इंतजार करने की झंझट खत्म.

AAHL का लक्ष्य

इससे न सिर्फ यात्रियों का समय बच रहा है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है, क्योंकि इससे कागज के इस्तेमाल में भारी कमी आती है. इसके अलावा, सुरक्षा और निजता का भी खास ध्यान रखा गया है, जिससे यात्री निश्चिंत होकर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

AAHL का लक्ष्य है कि आने वाले समय में और भी ज्यादा यात्री इस सेवा का लाभ उठाएं. इससे देश के अन्‍य एयरपोर्ट्स पर भी यात्रियों की भीड़ को कम करने और यात्रा को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी.

25% एयर पैसेंजर्स हैंडल करती है AAHL

AAHL की स्थापना 2019 में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की 100% सहायक कंपनी के रूप में हुई थी. इस कंपनी को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) से एयरपोर्ट प्रबंधन और डेवलपमेंट के लिए अहमदाबाद, लखनऊ, मैंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट्स के संचालन का कॉन्‍ट्रैक्‍ट मिला.

इसके अलावा, AAHL मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में 74% हिस्सेदारी रखता है, जो नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड का भी प्रबंधन करता है. जल्‍द ही शुरू होने वाले नवी मुंबई एयरपोर्ट को जोड़ दें तो 8 एयरपोर्ट्स के संचालन और विकास के साथ, AAHL भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है. ये देश के 25% पैसेंजर ट्रैफिक और 33% एयर कार्गो ट्रैफिक को संभालती है.

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