बिहार समस्तीपुर : जिले के रोसड़ा नगर परिषद के वार्ड संख्या – 11 की वार्ड पार्षद सह सशक्त स्थायी समिति की सदस्य ममता देवी शर्मा ने समस्तीपुर के एससी/एसटी थाना के थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार भारती सहित 25 पुलिसकर्मियों के विरुद्ध अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम के न्यायालय में अभियोग पत्र दायर किया है.
माननीय न्यायालय में इस मामले पर सुनवाई के लिए 6 मई 2025 की तिथि निर्धारित की गई है. ममता देवी शर्मा ने अभियोग पत्र में कहा है कि पिछले दिनों 21 अप्रैल की देर रात 01 बजे घर में सो रही थी, तभी अचानक गेट टूटने की आवाज सुनाई दी. उक्त आवाज को सुनने पर उठकर घर से बरामदा में आयी तो देखा कि गेट तोड़कर एससी/एसटी थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार भारती अन्य गुंडे रूपी पुरुष पुलिसकर्मी के साथ घर में घुस आए हैं और भद्दी-भद्दी गाली दे रहे हैं.
आवेदिका ने कहा है कि जब उन्होंने थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार भारती को बताया कि वह एक महिला जनप्रतिनिधि है और वे बिना महिला पुलिस के घर मे घुस आए हैं तो थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार भारती और भी गुस्सा हो गए और गाली-गलौज करते हुए बोले कि मुझे कानून सिखाती है.इस दौरान आवेदिका का पुत्र भी जग गया, उसके साथ भी उक्त आरोपियों ने मारपीट करने लगे.
वार्ड पार्षद ने कहा कि आरोपियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, जिससे उनकी लोक-लज्जा भी भंग हो गयी। आरोपियों ने आवेदिका के पति के साथ भी मारपीट की। अभियोग पत्र में कहा गया है कि आरोपियों ने आवेदिका के पति के छाती पर राइफल के बट से प्रहार कर दिया, जिससे उसे काफी चोटें आई और मुंह से खून निकलने लगा.
आवेदिका महिला जनप्रतिनिधि के पति का अनुमंडल अस्पताल में ईलाज कराए जाने की बात बताई गयी है. अभियोग पत्र में घटना का कारण स्थानीय राजनीति के कारण भू-माफियाओं द्वारा बड़ी दुर्गा स्थान स्थित रामजानकी मंदिर की भूमि पर जबरन कब्जा जमाना है। जिसका विरोध उनके द्वारा किया जा रहा है, इसी बात को लेकर भू-माफियाओं के द्वारा एससी/एसटी थाना में झूठा केस दर्ज करवा दिया गया है.
आवेदिका ने कहा है कि इस केस में उनके पति को बांड पर जमानत भी मिल चुकी है. दायर अभियोग पत्र में कहा थानाध्यक्ष रविन्द्र भारती पर विपक्षियों के मेल में रहकर बेवजह शरीफ एवं निर्दोष को तंग-तबाह करने का आरोप लगाया गया है.
वहीं इस संबंध में एससी/एसटी थाना के थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार भारती से दूरभाष पर संपर्क किया गया लेकिन किसी कारण से संपर्क नहीं हो सका.