महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आवास में ‘काला जादू’ का आरोप! एकनाथ शिंदे पर उठे सवाल, जानिए पूरा मामला..

महाराष्ट्र की राजनीति में गर्माहट काले जादू की चल रही है. वजह यह है कि संजय राउत ने वर्षा बंगले को लेकर काले जादू का सनसनीखेज आरोप लगाया है. शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने मंगलवार को दावा किया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट ने वर्षा बंगले में कामाख्या माता से जुड़ी तांत्रिक गतिविधियां की हैं.

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उन्होंने आरोप लगाया कि बंगले के आंगन में भैंसे के सींग दफनाए गए हैं, जिससे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस वहां रहने से बच रहे हैं. हालांकि, शिंदे गुट और बीजेपी ने इन दावों को बेतुका, निराधार और अंधविश्वास फैलाने वाला बताया है.

वर्षा बंगला और काले जादू के दावा

महाराष्ट्र में जब से महायुति सरकार बनी है, तब से एक सवाल चर्चा में है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अभी तक वर्षा बंगले में क्यों नहीं गए? यह सरकारी निवास हर मुख्यमंत्री के लिए अधिकृत होता है, लेकिन फडणवीस अब तक वहां रहने से बच रहे हैं. इसी मुद्दे पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सनसनीखेज दावा किया है.

उन्होंने कहा, हमने सुना है कि खुद बीजेपी के कुछ लोग कह रहे हैं कि वर्षा बंगले के आंगन में कुछ तांत्रिक अनुष्ठान किए गए हैं. वहां खुदाई कर भैंसे के सींग गाड़े गए हैं, जो कामाख्या मंदिर से लाए गए थे. ये सब इसलिए किया गया, ताकि मुख्यमंत्री की कुर्सी किसी और के पास न जाए. अब इस पर मुख्यमंत्री को खुद सफाई देनी चाहिए.

मुख्यमंत्री वर्षा बंगले में क्यों नहीं जा रहे?

संजय राउत ने आगे कहा कि यह सिर्फ एक अफवाह नहीं है, बल्कि वर्षा बंगले के कर्मचारियों के बीच भी इसको लेकर चर्चा हो रही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, अब इसका जवाब नींबू-मिर्च वाले शिंदे गुट को देना चाहिए. उनके पास तमाम नींबू सम्राट हैं, वो बताएंगे कि ये सब सच है या झूठ. वहीं यूबीटी के एक और नेता भास्कर जाधव ने कहा कि वो काले जादू पर विश्वास नहीं करते लेकिन अगर संजय राउत ने कहा है तो इसमें तथ्य जरूर होगा. आखिर फडणवीस वर्षा बंगले में क्यों नहीं जा रहे.

शिंदे गुट का पलटवार

शिवसेना (शिंदे गुट) और बीजेपी ने इन आरोपों को मनगढ़ंत और हास्यास्पद बताया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा, संजय राउत खुद काले जादू में विश्वास रखते होंगे, इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं. उनसे पूछिए कि उन्होंने खुद कितनी बार इस तरह के अनुष्ठान किए हैं. वहीं, शिंदे गुट के नेता और कैबिनेट मंत्री संजय शीरसाठ ने राउत पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, संजय राउत का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है. वे झूठे आरोप लगाकर अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं. ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयानों के लिए उन पर अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

वहीं शरद पवार के पार्टी के नेता जितेंद्र अह्वाण ने भी सवाल दागा की आखिर क्या वजह है कि शपथ लेकर 2 महीने होने आए और रिनोवेशन का बहाना बनाकर देवेंद्र फडणवीस वर्षा सरकारी निवास पर शिफ्ट नहीं हो रहे.

वर्षा बंगले में रेनोवेशन का काम

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अभी तक इस विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उनके दफ्तर से बयान जारी कर कहा गया कि वर्षा बंगले में रेनोवेशन (मरम्मत) का काम चल रहा है. जैसे ही यह काम पूरा होगा, वे वहां शिफ्ट हो जाएंगे. लेकिन इस पूरे मामले में महारष्ट्र का राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री भी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बचते रहे.

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