हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच गठबंधन हो गया है. हरियाणा की 90 सीटों में से बीएसपी 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अभय चौटाला गठबंधन के नेता होंगे. गठबंधन का ऐलान करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि ये गठबंधन स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि लोगों की इच्छाओं के अनुसार किया गया है. बीजेपी और कांग्रेस ने देश को लूटा है.
चौटाला ने कहा हम गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस गठबंधन करेंगे और सरकार बनाएंगे. वहीं, बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने कहा कि अगर सरकार बनती है तो अभय चौटाला मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे. यह गठबंधन विधान सभा चुनाव तक सीमत नहीं रहेगा बाकी अन्य चुनाव भी एक साथ लड़े जाएंगे. आकाश ने कहा 6 जुलाई को मायावती और अभय चौटाला की मीटिंग हुई थी.
1. बहुजन समाज पार्टी व इण्डियन नेशनल लोकदल मिलकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में वहाँ की जनविरोधी पार्टियों को हराकर अपने नये गठबन्धन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे, जिसकी घोषणा मेरे पूरे आशीर्वाद के साथ आज चण्डीगढ़ में संयुक्त प्रेसवार्ता में की गयी। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 11, 2024
INLD और BSP के बीच तीसरी बार गठबंधन
दरअसल, ये तीसरी बार है जब दोनों दल साथ आ रहे हैं. साल 1996 के लोकसभा चुनाव के दौरान इंडियन नेशनल लोकदल और बसपा के बीच पहली बार गठबंधन हुआ था. इस साल INLD ने सात और BSP ने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. दोनों दलों के बीच दूसरी बार गठबंधन साल 2018 में हुआ था. मगर यह गठबंधन विधानसभा चुनाव से पहले ही टूट गया था.
INLD और बीएसपी के गठबंधन से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को झटका लग सकता है. बसपा हरियाणा की सियासत में 1989 से किस्मत आजमा रही है. मायावती ने 1998 के लोकसभा चुनाव में के इंडियन नेशनल दल के साथ गठबंधन किया था. तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. इनमें से एक सीट पर जीत दर्ज की थी. 2019 के चुनाव के लिए दोनों दलों ने हाथ मिलाया था लेकिन चुनाव से पहले गठबंधन टूट गया था.