अल्मोड़ा : जल जीवन मिशन के तहत “हर घर नल, हर घर जल” योजना में लापरवाही और गुणवत्ता में कमी पर जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने कड़ा रुख अपनाया है. जिलाधिकारी ने योजना के अंतर्गत 150 अपूर्ण परियोजनाओं की जांच के आदेश दिए हैं. इन योजनाओं की गुणवत्ता और मानकों की पुष्टि के लिए प्रत्येक योजना पर दो सदस्यीय जांच समितियां गठित की गई हैं.
डीएम ने स्पष्ट किया कि जन शिकायतों और पेयजल आपूर्ति की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है. जांच समिति परियोजनाओं की डीपीआर का अध्ययन करेगी, स्थलीय निरीक्षण करेगी और जनप्रतिनिधियों के सुझावों व शिकायतों का संज्ञान लेगी. रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर जिलाधिकारी कार्यालय को सौंपी जाएगी.
लापरवाही पर कार्रवाई
डीएम ने निर्देश दिया है कि यदि किसी परियोजना में मानकों की अनदेखी, गुणवत्ताहीन कार्य, या शिकायतें सही पाई गईं, तो संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जनता की भागीदारी
जांच के दौरान जनता और जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करने का निर्देश दिया गया है. डीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इस मौके पर डीएम ने कहा कि जनहित से जुड़ी इस योजना का उद्देश्य सभी को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है और इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या लापरवाही पर सख्त कदम उठाए जाएंगे.