अलवर: में मल्होत्रा बस सर्विस के मालिक विनीत मल्होत्रा को लक्ज़री बस दिलाने के नाम पर दलाल ने गुजरात के व्यक्ति के साथ मिलकर 29.84 लाख रुपए की ठगी कर ली. 37 लाख की बस 32 लाख रुपए में दिलाने का सौदा किया. गुजरात ले जाकर बस दिखाई. उसके बाद 29.84 लाखस रुपए हड़प लिए और बस भी नहीं दी. बाद में फोन उठाना बंद कर दिया. अलवर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो इस्तगासे से रिपोर्ट दर्ज कराई है. अब पुलिस मामले की जांच में लगी है.
आरोपी हरबंशलाल ने खुद को एक दलाल बताते हुए मल्होत्रा बस सर्विस के मालिक विनीत से मुलाकात की और उनको AC लक्ज़री बस की फोटो दिखाई और कहा कि केवल 32.85 लाख में दिला सकता है. इसके बाद हरबंशलाल ने गुजरात निवासी बस मालिक विपिनभाई पटेल से संपर्क करवाया. विपिन भाई को पटेल बस सर्विस का मालिक बता भरोसे में लिया.
विश्वास में आए विनीत मल्होत्रा ने पहले 50,000 नकद, फिर 7 लाख रुपए UPI से और 10.64 लाख का बैंक ट्रांसफर “सुंदरम फाइनेंस” के नाम पर किया. उसके बाद 18 लाख नकद अलवर में आरोपी के व्यक्ति को दे दिए गए. लेकिन इसके बावजूद बस की डिलीवरी नहीं दी गई. रकम लेने के बाद टालमटोल करने लगे. कुछ दिन बाद में फोन उठाना बंद कर दिया. इसके बाद शक हुआ. तब जाकर पुलिस को रिपोर्ट दी. लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो इस्तगासे से मुकदमा दर्ज कराया है.
विनीत मल्होत्रा ने कहा कि उसे अंग्रेज़ी में लिखा एग्रीमेंट दिया गया, लेकिन अब पता चला वह बस से संबंधित नहीं था. मैंने जब आरोपियों से संपर्क किया, तो उनके फोन बंद आने लगे. यह सुनियोजित साजिश थी.अब भारतीय न्याय संहिता (BNSS) की धाराएं 318(4), 316(2), और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. एसआई कांता कुमारी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है.