सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम में पीएम आवास योजना में बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई है. जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक जरुरतमंदों को मकान का लाभ देने के लिए पीएम आवास कॉलोनी बनाई गई. कॉलोनी में कुल 464 मकान बनाए गए. लेकिन 252 मकान एक ही वार्ड के लोगों को आबंटित कर दिए गए. सालों से मकान मिलने का इंतजार कर रहे लोगों को निराशा हाथ लगी.
पीएम आवास योजना में गड़बड़ी: अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में साल 2021 में सुभाष नगर इलाके में 1200 मकान बनाने का काम शुरू किया गया. जिसे 2 साल में पूरा होना था, मगर पहले फंड के अभाव में यहां 464 मकानों का ही निर्माण शुरू हो सका, जिसे पूरा होने में 4 साल का समय लग गया. इस योजना का लाभ दिलाने के लिए हितग्राहियो का चयन किया गया. प्राथमिकता उन लोगों को दी गई जिनके पास न आवास है और न ही जमीन. 4 अप्रैल को मकानों का लॉटरी के जरिये आबंटन किया जाना था. मगर इस तैयार सूची में गड़बड़ी के कारण फिलहाल आबंटन निरस्त कर दिया गया है.
गंगापुर वार्ड के आंकड़ों से खुला खेल: इस गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब पुरानी सरकार में बनी इस सूची में एक ही वार्ड, गंगापुर वार्ड से 252 लोगों के नाम शामिल कर दिये गए जबकि कई वार्डों से हितग्राहियों के नाम ही गायब थे. ऐसे में आबंटन को निरस्त कर फिर से सूची तैयार करने की बात कही जा रही है.
भगवानपुर में बनी पीएम आवास कालोनी के लिये जो आबंटन सूची जारी की गई उसमें 252 हितग्राही एक ही वार्ड एक थे, जिसकी शिकायत सरगुजा कलेक्टर से की गई. जिसके बाद कलेक्टर ने आबंटन प्रक्रिया को रुकवा दिया है. अब हम लोग अगली सामान्य सभा की बैठक के इस पर निर्णय लेंगे: आलोक दुबे, पार्षद
इस योजना में लिये करीब 11 हजार आवेदन आये थे जिसमें 3 हजार आवेदन पात्र पाए गये थे. अभी पता चला कि एक ही वार्ड के 252 लोगों का नाम सूची में है. फिलहाल आबंटन रोक दिया गया है, हमनें सूची मंगाई है उसको चेक किया जा रहा है. शहर के सभी वार्ड के जरूरतमंद लोगों को मकान मिल सके ऐसा काम किया जाएगा: हरमिंदर सिंह, सभापति
जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं: बहरहाल एक तरफ पीएम मोदी से लेकर सीएम साय तक पीएम आवास योजना के क्रियान्वयन को लेकर बेहद संजीदा हैं. हर मोर्चे पर इसे लेकर कड़े दिशा निर्देश भी अफसरों की ओर से जारी किए जाते हैं. मगर अम्बिकापुर निगम के अफसर और जनप्रतिनिधी शायद इस तरह की गड़बड़ी को लेकर गंभीर नहीं हैं, तभी तो इस तरह की गड़बड़ियों से योजना अधर में लटकी हुई है.