पं. जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय और डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) लगातार जटिल हृदय रोगों के इलाज में नई उम्मीद बन रहा है। हाल ही में यहां मध्यप्रदेश निवासी 60 वर्षीय मरीज की 100% ब्लॉक हो चुकी चार नसों की सफल एंजियोप्लास्टी की गई।
परिजनों के अनुसार, मरीज लंबे समय से दवाइयों के सहारे जिंदगी जी रहे थे। मध्यप्रदेश के कई बड़े अस्पतालों ने एंजियोप्लास्टी करने से मना कर दिया था। इसी दौरान परिजनों को एसीआई में हुई पिछली सफल सर्जरी की जानकारी मिली और वे मरीज को रायपुर लेकर आए।
मरीज ने बताया कि “जब कई बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए थे, तब एसीआई पर पूरा भरोसा कर यहां आया। डॉक्टरों से मैंने साफ कहा कि जितना भी रिस्क हो, इलाज कीजिए और सच में, यहां के डॉक्टरों ने मुझे नया जीवन दिया।”
डॉ. स्मित श्रीवास्तव की टीम ने किया इलाज
कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव के नेतृत्व में यह प्रक्रिया पूरी की गई। राइट फीमोरल एंजियोप्लास्टी से ब्लॉक नसों को खोला गया। मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और जल्द डिस्चार्ज होंगे।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि 5 साल पहले भी मध्यप्रदेश से आए एक मरीज की जटिल लेजर एंजियोप्लास्टी सफल हुई थी। इस बार भी कठोर ब्लॉकेज को देखते हुए लेजर की तैयारी की गई थी, लेकिन सौभाग्य से सामान्य एंजियोप्लास्टी से ही बेहतरीन परिणाम मिल गए।
एसीआई पर बढ़ा भरोसा, पड़ोसी राज्यों से भी मरीज पहुंच रहे
डीन डॉ. विवेक चौधरी ने बताया कि मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए विभाग को अतिशीघ्र एंजियोप्लास्टी के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा—”एसीआई अब न सिर्फ छत्तीसगढ़, बल्कि पड़ोसी राज्यों के मरीजों के लिए भी भरोसेमंद केंद्र बन चुका है