अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से ट्रेड वॉर के एक नए चैप्टर को खोल दिया है. ट्रंप के जिस टैरिफ लेटर इंतजार हो रहा था, आखिरकार ट्रंप ने पूरी दुनिया के सामने रख दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से अभी सिर्फ साउथ कोरिया और जापान के लेटर को सामने रखा है. दोनों देशों को जारी किए टैरिफ लेटर के अनुसार दोनों देशों पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. खास बात तो ये है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 2 अप्रैल को लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ में कोई बदलाव नहीं हुआ है. जबकि जापान के रेसिप्रोकल टैरिफ में एक फीसदी का इजाफा किया गया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने टैरिफ लेटर में ये भी कहा कि अगर कोई अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग करती है, उस पर कोई टैरिफ लागू नहीं होगा. साथ ऐसे निवेशों को जल्द मंजूरी देने का वादा भी दिया. वहीं दूसरी ट्रंप ये भी चेतावनी दी कि अगर कोरियाई सरकार टैरिफ पलटवार टैरिफ करती है तो 25 फीसदी टैरिफ में उतना ही और टैरिफ जोड़कर कार्रवाई की जाएगी.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
वहीं दूसरी ओर सेक्टोरल टैरिफ में कोई बदलाव नहीं किया हुआ है. जोकि एल्युमीनियम, स्टील और ऑटो सेक्टर पर लगाया गया था. इसके अलावा ब्रिक्स देशों को कड़ा संदेश देते हुए ऐलान किया कि जो देश अमेरिका का अहित करने वाली ब्रिक्स पॉलिसीज का सपोर्ट करेगा, उस 10 फीसदी का टैरिफ लगाया जाएगा. ये संदेश खासकर भारत, चीन, रूस, साउथ अफ्रीका और ब्राजील को दिया गया है. जिसका सम्मेलन ब्राजील की राजधानी में चल रहा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप ने अपने टैरिफ लेटर को लेकर और किस तरह की जानकारी दी है.
टैरिफ लेटर में कही गई ये बात
अमेरिका और कोरिया के बीच व्यापार घाटे को ट्रंप ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया. टैरिफ लेटर में कहा गया. हमारे बीच का रिश्ता, दुर्भाग्य से, बराबरी पर आधारित नहीं रहा ये टैरिफ जरूरी हैं ताकि कोरिया की कई वर्षों से चली आ रही टैरिफ और गैर-टैरिफ नीतियों और व्यापारिक रुकावटों को ठीक किया जा सके.
दक्षिण कोरिया पर टैक्स लगाने की वजह
संयुक्त राज्य अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी है कि 1 अगस्त 2025 से दक्षिण कोरिया से आने वाले सभी सामानों पर 25% टैरिफ (सीमा शुल्क) लगाया जाएगा. अमेरिका ने इसकी वजह पुराने व्यापार असंतुलन और एकतरफा व्यापार नीतियों को बताया है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्युंग को भेजे एक औपचारिक पत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह कदम जरूरी है ताकि उन टैरिफ और गैर-टैरिफ रुकावटों को ठीक किया जा सके जो सालों से कोरिया और अमेरिका के बीच व्यापार घाटे की वजह बनी हुई हैं.
BRICS पॉलिसी देशों को दिया सख्त संदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS देशों पर तीखा हमला करते हुए स्पष्ट चेतावनी दी है कि जो भी देश इस समूह की ‘अमेरिका विरोधी नीतियों’ का समर्थन करेंगे, उन पर अमेरिका की ओर से 10% अतिरिक्त टैरिफ (सीमा शुल्क) लगाया जाएगा. ट्रंप ने दो टूक कहा कि इस नीति में किसी के लिए कोई छूट नहीं होगी.
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने हाल ही में BRICS के घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ की आलोचना की गई थी. सोमवार को ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा.
“जो भी देश BRICS की अमेरिका विरोधी नीतियों का समर्थन करेगा, उस पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा. इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा.”
इस सख्त रुख से साफ है कि ट्रंप प्रशासन वैश्विक मंचों पर अमेरिका के खिलाफ खड़ी होने वाली आवाजों को बर्दाश्त नहीं करेगा और आर्थिक दबाव के जरिए जवाब देने की रणनीति अपनाएगा.