अमेठी: बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर मंगलवार को अमेठी बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता अधिनियम संशोधन बिल 2025 के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. अमेठी तहसील में आयोजित इस प्रदर्शन में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने भाग लिया और इस बिल को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की. प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने बिल की प्रतियां जलाकर इसे ‘काला कानून’ करार दिया और कहा कि यह बिल उनके पेशेवर अधिकारों और स्वतंत्रता पर सीधा हमला है.
बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस विधेयक को अधिवक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार इस विधेयक को वापस नहीं लेती है, तो उनका आंदोलन और तेज किया जाएगा. उन्होंने प्रदेशव्यापी हड़ताल की भी चेतावनी दी, जिससे न्यायिक कार्य पूरी तरह से ठप हो सकता है.
प्रदर्शन में अमेठी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव मूर्ति तिवारी, सचिव उपेंद्र शुक्ला और अन्य अधिवक्ता शामिल थे. उन्होंने कहा कि इस बिल के विरोध में प्रदेशभर में बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा, अगर सरकार ने जल्दी से इस बिल को वापस नहीं लिया.
अधिवक्ताओं का कहना है कि इस विधेयक के माध्यम से सरकार अधिवक्ताओं की स्वतंत्रता को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है, जो पेशेवर दृष्टिकोण से ठीक नहीं है. इस आंदोलन का उद्देश्य सरकार को यह संदेश देना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तो यह संघर्ष और भी उग्र हो सकता है.