अमेठी: लखनऊ-वाराणसी रेलवे ट्रैक पर 28 जनवरी को मिले अज्ञात युवक के शव की पहचान हो गई है. पहचान के बाद परिजनों ने हत्या कर शव को फेंके जाने की आशंका जताई है.फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
यह घटना संग्रामपुर थानाक्षेत्र के ठेंगहा मालती नदी पुल के पास की है, जहां रेलवे ट्रैक के किनारे एक युवक का शव मिला था. पुलिस ने शव की पहचान के लिए काफी प्रयास किए लेकिन पहचान न हो पाने पर 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराया गया. गूंजीपुर गांव की रहने वाली प्रभावती ने अपने बेटे के लापता होने की शिकायत की. पुलिस ने प्रभावती को अज्ञात युवक के कपड़े, जूते और फोटो दिखाए तो उन्होंने शव की पहचान अपने बेटे हरिभजन के रूप में की.
मृतक की मां प्रभावती ने रोते हुए बेटे की हत्या की आशंका जाहिर की। उन्होंने बताया कि हरिभजन विदेश में नौकरी करता था और ढाई महीने पहले घर आया था। 27 जनवरी की शाम वह खेत जाने के लिए घर से निकला और वापस नहीं लौटा.घटना के बाद एक सप्ताह तक उसके फोन पर घंटी जाती रही, लेकिन बाद में फोन बंद हो गया.
मृतक की बहन क्रांति ने आरोप लगाया कि भाई का मोबाइल घटनास्थल पर नहीं मिला. उन्होंने कहा, “अगर मोबाइल नंबर की जांच की जाए तो साजिश का खुलासा हो सकता है. भाई को बुलाकर साजिश के तहत हत्या की गई है.
इस मामले में संग्रामपुर थाने के एसएचओ संदीप राय ने बताया कि परिजन कपड़े और फोटो से शव की पहचान करके गए हैं, लेकिन अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गई है.पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी.