अमेठी: जिले में तैनात ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बुधवार देर शाम शराब के नशे में उन्होंने मुंशीगंज कोतवाली प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों से जमकर अभद्रता की. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। जिलाधिकारी संजय कुमार चौहान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम अर्पित गुप्ता की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर तीन दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
मुंशीगंज चौराहे पर प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत त्रिपाठी वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान अमेठी की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। पुलिसकर्मियों ने कार को रोकना चाहा तो चालक ने हूटर और नीली बत्ती जलाते हुए कार तेजी से वापस मोड़ दी. पुलिस ने पीछा कर कार को संजय गांधी अस्पताल के गेट पर रोक लिया.
ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा के रूप में हुई. वह नशे में धुत थे और खुद को अधिकारी बताकर पुलिसकर्मियों से उलझने लगे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उन्होंने कोतवाली प्रभारी से हाथापाई भी की. पुलिस ने तत्काल गाड़ी को कब्जे में लेकर ड्रग इंस्पेक्टर को थाने लाया और जिला अस्पताल भेजकर मेडिकल परीक्षण कराया. चिकित्सकों ने उनका ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है.
इस बीच, दर्जनों मेडिकल स्टोर संचालक थाने पहुंचकर मामले को दबाने की कोशिश करते रहे, लेकिन एसपी के निर्देश पर पुलिस ने बिना किसी दबाव के कार्रवाई की। हूटर व नीली बत्ती लगी गाड़ी को सीज कर दिया गया है.
जिलाधिकारी संजय चौहान ने मामले को अत्यंत गंभीर बताया है. उन्होंने कहा कि यह एक शासकीय अधिकारी द्वारा मर्यादा का घोर उल्लंघन है. उन्होंने एडीएम अर्पित गुप्ता, सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह और जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जांच में लगाया है। रिपोर्ट मिलने के बाद दोषी के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.