अमेठी : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमेठी में स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही आम हो गई.बीते सोमवार की देर रात अस्पताल में डॉक्टर व कर्मचारी उपस्थित न होने के चलते पत्रकार की बुजुर्ग मां ने मुंशीगंज निजी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में सांस फूलने से दम तोड़ दिया.जिससे पत्रकार के परिवार व पत्रकार स्टाफ में शोक की लहर दौड़ गई.
संग्रामपुर के जरौटा निवासी पत्रकार मधुसूदन मिश्रा की बुजुर्ग मां का अचानक सांस फूलने से तबीयत बिगड़ने लगी. वह निजी वाहन से तुरंत अपनी मां को लेकर अमेठी सीएचसी पहुंचे.जहां पर अस्पताल में कोई डॉक्टर व फार्मासिस्ट मौजूद नहीं था. पत्रकार द्वारा तुरंत मां की हालत गम्भीर होता देख सीएचसी अधीक्षक को सूचना दी गई. जिसके आधे घंटे बाद कार से सीएचसी पर तैनात डॉक्टर देवेश आए और इलाज करने के बजाय तुरंत अस्पताल परिसर में स्थित अपने आवास पर चले गए. और करीब पांच मिनट आने के बाद बिना किसी जांच परीक्षण किए रेफर कर दिए.
जिसके बाद हालत गंभीर होता देख पत्रकार ने अपनी मां को निजी वाहन से लेकर मुंशीगंज निजी अस्पताल के लिए रवाना हुए. जहां अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने देरी से आने को लेकर मृत घोषित कर दिया. घटना से पत्रकार के परिवार व अमेठी तहसील के पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई. वही मां की मौत से आहत पत्रकार मधुसूदन मिश्रा ने बताया कि अगर सीएचसी में डॉक्टर मौजूद होते और समय से इलाज हो जाता तो मेरी माँ की अचानक मौत नहीं होती.
स्वास्थ्य विभाग के इस लापरवाही से वह काफी आहत हैं. वही मंगलवार सुबह से ही पत्रकार के घर पहुंच कर मातृ शोक में शामिल होने के लिए क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों व पत्रकारों का जमावड़ा लगा रहा है.