अमेठी : जिले में ठंड और शीतलहर के कारण किडनी संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, नींद और पानी की कमी, खानपान में बदलाव और तनाव इसके मुख्य कारण हैं. जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 12 से 15 मरीज किडनी संक्रमण के लिए पहुंच रहे हैं.
कड़ाके की ठंड और शीतलहर के कारण जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है, वहीं लोगों की दिनचर्या भी बदली हुई है. खानपान में असंतुलन और व्यायाम में कमी के कारण किडनी संक्रमण के मामले बढ़े हैं. जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. शुभम पांडेय ने बताया कि ठंड के मौसम में लोग अक्सर स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो जाते हैं, जबकि इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
उन्होंने बताया कि किडनी शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है और इसे संक्रमण से बचाने के लिए कम से कम तीन से चार लीटर पानी प्रतिदिन पीने की सलाह दी. ठंड के मौसम में पानी की कमी और खानपान पर ध्यान न देने से किडनी में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. डॉ. पांडेय ने यह भी कहा कि ठंड में पानी कम पीने से डिहाइड्रेशन और यूरिन की सांद्रता बढ़ने से किडनी में पथरी बन सकती है. इसके साथ ही, अधिक नमक, तैलीय पदार्थ और असंतुलित आहार भी किडनी संक्रमण का कारण बन सकते हैं.