Uttar Pradesh: अमेठी के निजी नर्सिंग होमो में मौत के मामले कम होने का नाम नही ले रहे है. तीन दिन पहले पेट दर्द की शिकायत के बाद इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती एक महिला की मौत हो गई. अस्पताल ने मामले को रफा दफा करते हुए मृतका को जिला अस्पताल रायबरेली भेज दिया. पति ने निजी नर्सिंग होम पर गलत इंजेक्शन देकर मौत का आरोप लगाया है. पीड़ित ने नर्सिंग होम के डॉक्टर के खिलाफ थाने में तहरीर दी है बावजूद इसके पुलिस ने 24 घंटे बाद भी मुकदमा दर्ज नही किया है.
दरअसल ये पूरा मामला जायस थाना क्षेत्र के कस्बे में स्थित नवजीवन हॉस्पिटल का है जहाँ तीन दिन पहले कालीपुर तेलियानी थाना नसीराबाद जिला रायबरेली का रहने वाला मो जावेद पुत्र जुबैर अपनी पत्नी आफरीन को पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया.कुछ देर बाद इलाज के लिए पैसों का इंतजाम करने वो घर चला गया. करीब दो घंटे बाद अस्पताल के डॉक्टर ने उसे फोन किया और कहा कि तुम्हारी पत्नी की तबियत ज्यादा खराब है उसे जिला अस्पताल रायबरेली भेजा गया है. जावेद जब जिला अस्पताल पहुँचा तो डॉक्टरों ने बताया कि आफरीन की मौत यहां आने से पहले ही हो चुकी है. शनिवार को जावेद ने जायस थाने में तहरीर देकर नवजीवन अस्पताल और डॉक्टरो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है.बावजूद इसके पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है.
पति का आरोप है कि, डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन दिया गया जिससे उसकी पत्नी की मौत हुई है. पीड़ित ने अस्पताल को सील करते हुए अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी चेक करने की मांग की है.
सीएमओ ने कहा
वहीं पूरे मामले पर अमेठी सीएमओ अंशुमान सिंह ने कहा कि, मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.अस्पताल के पास किसी प्रकार का वैध लाइसेंस नहीं है. वही स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि इस अस्पताल का लाइसेंस नहीं है और इसे एक महिला संचालित करती है.कई बार इसके खिलाफ शिकायत भी हुई है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है. महिला का काफी रसूख भी है इसलिए कोई कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता.