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अमेठी: CRPF ट्रेनिंग सेंटर के दीक्षांत समारोह का आयोजन, 337 नव आरक्षियों ने ली देश सेवा की शपथ

Uttar Pradesh: अमेठी के त्रिशुंडी स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में आज दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया. सीआरपीएफ के डीआईजी राज बिहारी सिंह ने परेड की सलामी ली. अमेठी के सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग परेड के बाद 337 नए रिक्रूटो ने देश सेवा की शपथ ली. अब ये जवान देश के अलग अलग सीमाओं पर तैनात होकर देश की रक्षा करेंगे.

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दरअसल अमेठी के त्रिसुंडी स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में आज 14 वां दीक्षांत समारोह और पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. पासिंग आउट परेड में 337 जवान शामिल हुए. परेड की सलामी सीआरपीएफ के डीआईजी रास बिहारी सिंह ने ली. परेड के बाद सीआरपीएफ सेंटर में ट्रेनिंग बाद 437 जवानों ने देश सेवा की शपथ ली. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह करीब सात बजे हुई, जिसके बाद सभी नए रिक्रूट परेड में शामिल हुए. खुली जिप्सी पर बैठकर सीआरपीएफ के डीआईजी रास बिहारी सिंह ने परेड की सलामी ली.

कार्यक्रम में जवानों ने तिरंगे और सीआरपीएफ के झंडे के साथ मार्च पास्ट किया. सीआरपीएफ की बैंड पार्टी में देशभक्ति धुनों पर दीक्षांत समारोह का समा बांधा. कार्यक्रम के अंत मे डीआईजी रास बिहारी सिंह ने सभी नए रिक्रूटों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और देश सेवा की शपथ दिलाई. कार्यक्रम में सीआरपीएफ के अधिकारियों के अलावा जवानों के परिजन शामिल हुए. परेड के बाद सीआरपीएफ सेंटर में ट्रेनिंग बाद 337 जवानों ने देश सेवा की शपथ ली. कार्यक्रम की शुरूवात सुबह करीब सात बजे हुई जिसके बाद सभी नए रिक्रूट परेड में शामिल हुए. खुली जिप्सी पर बैठकर सीआरपीएफ के डीआईजी रास बिहारी सिंह ने परेड की सलामी ली. कार्यक्रम में जवानों ने तिरंगे और सीआरपीएफ के झंडे के साथ मार्च पास्ट किया.

सीआरपीएफ की बैंड पार्टी में देशभक्ति धुनों पर दीक्षांत समारोह का समा बांधा. कार्यक्रम के अंत मे डीआईजी रास बिहारी सिंह ने सभी नए रिक्रूटों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और देश सेवा की शपथ दिलाई. साथ ही अच्छे काम करने वाले जवानों की पुरष्कृत किया गया. और जवानों ने योगा सहित कई अन्य संस्कृतिक कार्यक्रम भी किये. कार्यक्रम में सीआरपीएफ के अधिकारियों के अलावा जवानों के परिजन शामिल हुए. मुख्य अतिथि के रूप में शामिल डीआईजी रास बिहारी सिंह ने बताया कि, इन जवानों को 44 सप्ताह की ट्रेनिंग देकर इस तरह बनाया गया है कि, अब ये जवान दुश्मनो को लोहा मनवा सकते है, और हर परिस्थिति में किसी भी जंग में दुश्मनो के दाँत खट्टे कर पराजित करेंगे.

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