Uttar Pradesh: अमेठी के समाज कल्याण विभाग में तैनात बाबू का बड़ा कारनामा सामने आया, जहाँ बाबू ने गरीब मृतक के परिवार को मिलने वाली सरकारी पैसे को अपने पत्नी के खाते में ट्रांसफर करवा लिया. एक युवक ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर प्रमुख सचिव समाज कल्याण विभाग और समाज कल्याण मंत्री से की तो मामले का खुलासा हुआ, फिलहाल बाबू के कारनामें के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल आर्थिक रूप से दुर्बल परिवार के मुखिया की मौत के बाद परिवार की मदद के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना संचालित की गई है. जिसके तहत 18 वर्ष से 60 वर्ष तक के परिवार के कमाऊ पुरुष या महिला की मौत के बाद मृतक के आश्रित को पारिवारिक लाभ योजना के तहत एकमुश्त 30 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है. इसके लिए उन्हें आनलाइन आवेदन करना होता है. आवेदन में मुखिया का मृत्यु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, तहसील द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र संलग्न करना होता है. ग्रामीण क्षेत्र के लिए परिवार की वार्षिक आय अधिकतम 46080 रुपए तथा शहरी क्षेत्र के लिए 56460 रुपए निर्धारित की गई है.
लखनऊ के इंदिरानगर के लोहिया विहार के रहने वाले अखिलेश सिंह ने समाज कल्याण विभाग अमेठी में चल रहे खेल का खुलासा करते हुए मुख्यमंत्री के साथ ही प्रमुख सचिव समाज कल्याण, समाज कल्याण मंत्री उत्तर प्रदेश, निदेशक समाज कल्याण उत्तर प्रदेश को शपथ पत्र के साथ शिकायती पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि समाज कल्याण विभाग अमेठी में तैनात प्रधान सहायक गोकुल प्रसाद जायसवाल ने अपनी पत्नी माधुरी जायसवाल के स्टेट बैंक आफ इंडिया गौरीगंज में संचालित बैंक खाते में पारिवारिक लाभ योजना के 30 हजार रुपए 18 सितम्बर 2017 को ट्रांसफर करवा लिये. वहीं एक ही लाभार्थी पत्नी रामस्वरूप को आवेदन संख्या 318218222 तथा 318219105 के क्रम में योजना का दो-दो बार लाभ प्रदान किया गया है, यही नहीं दो लाभार्थियों सुशीला और सूर्यकला के आवेदन पत्र बिना सक्षम अधिकारी से स्वीकृत कराए ही उनके खाते में 30-30 हजार रुपए की धनराशि भेज दी गई. शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के प्रमाण के संबंध में बैंक स्टेटमेंट और जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा बैंक को प्रेषित पत्र की छायाप्रति भी भेजा है.
निदेशक ने दिए जांच के आदेश
मामले की शिकायत मिलने पर निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत ने मंडलीय उप निदेशक समाज कल्याण अयोध्या को बीते 8 अक्टूबर को पत्र भेजकर प्रधान सहायक गोकुल प्रसाद जायसवाल के विरुद्ध मिली शिकायतों की गहन व स्थलीय जांच कराते हुए एक सप्ताह के अंदर जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.