उत्तर प्रदेश: अमेठी कस्बे की चाणक्यपुरी गली में स्थित एक बिना लाइसेंस के संचालित मेडिकल गोदाम पर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई. उपजिलाधिकारी आशीष सिंह की मौजूदगी में औषधि विभाग की टीम ने पहले से सीज गोदाम का ताला खोला और गहन जांच की. इस दौरान गोदाम से करीब ₹10 लाख 5 हजार मूल्य की दवाएं जब्त की गईं, जिनमें से पांच दवाएं संदिग्ध पाई गई हैं. इन दवाओं को परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है.
यह गोदाम मनीष अग्रहरि के नाम पर संचालित किया जा रहा था. औषधि लाइसेंस के अभाव में यहां अवैध रूप से दवाओं का भंडारण किया जा रहा था. इस संबंध में जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से औषधि विभाग को शिकायत प्राप्त हुई थी.
तीन जिलों के अफसरों की संयुक्त टीम ने की कार्रवाई
शिकायत के आधार पर सहायक आयुक्त (औषधि), अयोध्या मंडल के निर्देश पर एक तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई, जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर राजू सिंह (सुल्तानपुर), शैलेन्द्र प्रताप सिंह (अम्बेडकर नगर) और कमलेश मिश्रा (अमेठी) शामिल थे. दो दिन पहले जब टीम ने गोदाम पर छापा मारा था तो वह बंद मिला था, जिसे बाद में सील कर दिया गया.
आज खुला ताला, सामने आई हकीकत
ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा ने बताया कि आज गुरुवार को एसडीएम की मौजूदगी में गोदाम का ताला खोला गया, जिसमें बड़ी मात्रा में बिना दस्तावेज और संदिग्ध दवाएं बरामद हुईं. पांच प्रकार की दवाएं प्रथम दृष्टया मानक संदिग्ध प्रतीत हुईं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है.