अमेठी: जिले पीपरपुर के घोरहा गांव निवासी रविशंकर यादव उर्फ मोनू (28) की मौत होने का रहस्य अब भी कायम है. शनिवार को जिला अस्पताल सुल्तानपुर में इलाज के दौरान उसकी जान चली गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण सामने नहीं आया. चिकित्सकों ने विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए भेज दिया है.
प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर घाट पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि यह मौत सामान्य नहीं है. मां सुनीता यादव का कहना है कि प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र में रहने वाली मोनू की मंगेतर और उसके परिवार ने बेरहमी से पिटाई की और जबरन जहरीला पदार्थ खिलाया. तबीयत बिगड़ने पर शुक्रवार को उसे प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शनिवार सुबह परिजन प्रतापगढ़ पहुंचे तो हालत नाजुक थी.
इसके बाद उसे सुल्तानपुर जिला अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. शव गांव पहुंचा तो मातम छा गया. परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए. ग्रामीणों की भीड़ घर पर जुट गई और हर कोई घटना की चर्चा करता दिखा.
लोगों ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और निष्पक्ष जांच की मांग की. थाना प्रभारी रामराज कुशवाहा ने बताया कि यह मामला प्रतापगढ़ के कुंडा थाना क्षेत्र का है. मुकदमा वहीं दर्ज होगा. उन्होंने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.