सीमा पर तनाव के बीच भारत का ‘शक्ति प्रदर्शन’: गंगा एक्सप्रेसवे पर उतरा फाइटर जेटों का जत्था

भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच सबकी नजरें यूपी के शाहजहांपुर पर टिकी हैं, जहां गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी हवाई पट्टी पर इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकू विमानों ने लैंडिंग अभ्यास शुरू किया. आसमान में मिराज, राफेल, सुखोई और जगुआर जैसे लड़ाकू विमानों की गर्जना से दुश्मन देश थर्रा उठे. फिलहाल, एयर फोर्स गंगा एक्सप्रेस-वे पर अपना दमखम दिखा रही है. 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमान लैंडिंग और टेक-ऑफ की प्रैक्टिस कर रहे हैं. अगर युद्ध जैसी आपात स्थिति बने, तो इस एक्सप्रेसवे की पट्टी को वैकल्पिक हवाई अड्डे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.

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आपको बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी का चौथा ऐसा एक्सप्रेस-वे है, जिसमें हवाई पट्टी है. हालांकि, यह रात में लैंडिंग की क्षमता वाला देश का पहला एक्सप्रेस-वे है. देश में पहली बार किसी हाइवे पर दिन के साथ नाइट लैंडिंग ट्रायल भी होगा. यह एक्सप्रेस-वे 36,230 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. यह 594 किलोमीटर लंबा है, जो मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा है. बीते दिनों ही सीएम योगी ने इसका निरीक्षण किया था. इसका 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है.

गौरतलब है कि बीते दिन गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि पहलगाम हमले का बदला चुन-चुन कर लिया जाएगा. इसके मद्देनजर भारत की तैयारियां तेज हो गई हैं. वहीं, अब एयर फोर्स गंगा एक्सप्रेसवे पर राफेल, सुखोई, जगुआर लड़ाकू विमानों के साथ उड़ान और लैंडिंग का अभ्यास कर कड़ा संदेश दे रही है. उधर, नौसेना भी अरब सागर में युद्धपोतों के साथ अभ्यास कर रही है. जबकि, थल सेना आतंकियों का चुन-चुन कर खात्मा करने में जुटी है.

दरअसल, शाहजहांपुर के जलालाबाद में बनाई गई हवाई पट्टी पर शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे वायुसेना का AN-32 विमान आया. इस विमान ने करीब पांच मिनट तक चक्कर लगाए. इसके बाद हवाई पट्टी पर इसकी लैंडिंग हुई. करीब एक बजे यह विमान यहां से टेकऑफ कर गया. इसके बाद अन्य विमान आए. हालांकि, सिर्फ दिन में ही नहीं रात में भी इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमान उतरेंगे और ऐसा पहली बार होगा, जब किसी एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग होगी. इस दौरान कटरा-जलालाबाद हाइवे बंद रहेगा.

बेहद खास है ये स्ट्रैटिजिक लोकेशन

रक्षा दृष्टिकोण से शाहजहांपुर का यह इलाका बेहद अहम है क्योंकि यह नेपाल की सीमा के पास है और नेपाल से जुड़ी चीन की सीमा भी है. इस वजह से इलाके की स्ट्रैटिजिक लोकेशन अहम हो जाती है. यही वजह है कि यहां डे और नाइट दोनों तरह की लैंडिंग की सुविधा विकसित की गई है. आपात स्थिति में सेना इस पट्टी का प्रयोग कर सकेगी.

एयर फोर्स ने आज जिन विमानों को ट्रायल के लिए उतारा उनमें राफेल, सुखोई-30 MKI, मिराज-2000, मिग-29, जगुआर जैसे फाइटर जेट के अलावा C-130J सुपर हरक्यूलिस, AN-32 ट्रांसपोर्ट विमान और MI-17 हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं. ये सभी एयरक्राफ्ट युद्ध, राहत, रेस्क्यू और स्पेशल ऑपरेशन के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं.

इससे पहले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर भी इस तरह के युद्धाभ्यास हो चुके हैं. लेकिन गंगा एक्सप्रेसवे पर यह पहली बार हो रहा है, और वह भी दिन और रात दोनों सत्रों में.

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