भारत द्वारा पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक विफल करने के एक दिन बाद शुक्रवार की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुखों के साथ बैठक की. बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल भी उपस्थित हैं. उनके साथ बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रॉ चीफ रवि सिंहा और आईबी चीफ तपन डेका भी शामिल हुए.
बता दें कि गुरुवार की रात को पाकिस्तान ने भारत के 36 लोकेशन पर तुर्किए की ड्रोन के माध्यम से घुसपैठ करने की कोशिश की थी. इसके साथ ही पाकिस्तान से सटी उत्तर और पश्चिम भारत की सीमाओं पर पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी की जा रही है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह बैठक काफी अहम है
पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों के दिग्गजों से की मुलाकात
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों के दिग्गजों के एक समूह से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने मौजूदा हालात और विभिन्न मुद्दों पर दिग्गजों के साथ व्यापक बातचीत की. इसमें पूर्व वायुसेना प्रमुख, सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और देश की सेवा करने वाले अन्य दिग्गज शामिल थे.
बता दें कि बुधवार को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला बोला था. यह हमला दो सप्ताह पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए घातक हमले के जवाब में किया गया था. पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे.
पाकिस्तान के हमले को भारत ने किया नाकाम
जवाब में, पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने 8-9 मई की रात को पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करके कई हमले किए, जिन्हें “प्रभावी ढंग से विफल” किया गया.
रक्षा अधिकारियों के अनुसार, स्वदेशी रूप से विकसित आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल वायु रक्षा प्रणाली ने गुरुवार को भारतीय संपत्तियों को निशाना बनाकर किए गए पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को विफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अधिकारियों ने आगे कहा कि भारतीय सेना और वायु सेना दोनों ने पाकिस्तान सीमा पर मिसाइल प्रणाली तैनात की है.