लोकनीति-सीएसडीएस के को-डायरेक्टर और जाने-माने चुनाव विश्लेषक संजय कुमार ने एक्स पर एक पोस्ट डिलीट करके राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र के दो विधानसभा क्षेत्रों नासिक पश्चिम और हिंगना में मतदाताओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी की जानकारी दी थी. संजय कुमार ने वह डेटा शेयर किया था जिसे महाराष्ट्र में कांग्रेस के ‘वोट चोरी’ के आरोपों को मजबूती देने वाले के रूप में देखा जा रहा था, जिसे उसके नेता राहुल गांधी ने और बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है.
संजय कुमार ने 17 अगस्त को एक्स पर एक पोस्ट में ये आंकड़े साझा किए, लेकिन बाद में उन्हें हटा दिया. उन्होंने दावा किया कि नासिक पश्चिम में 47.38% और हिंगना में 43.08% मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
इसके बाद संजय कुमार ने माफी मांगते हुए एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘मैं महाराष्ट्र चुनावों के संबंध में पोस्ट किए गए ट्वीट के लिए ईमानदारी से माफी मांगता हूं. 2024 के लोकसभा और 2024 के विधानसभा के आंकड़ों की तुलना करते समय गलती हुई. हमारी डेटा टीम की तरफ से गलत पढ़ा गया था. ट्वीट को बाद में हटा दिया गया है. मेरा किसी भी प्रकार की गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था.’
बीजेपी ने संजय कुमार को घेरा
इस घटना ने वोटर लिस्ट में कथित हेराफेरी को लेकर चल रहे विवाद को और बढ़ा दिया है, जिसके बारे में कांग्रेस का दावा है कि यह चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मिलीभगत से किया गया. वहीं, बीजेपी ने संजय कुमार की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें ‘लापरवाह’ बताया और उन पर चुनावी धोखाधड़ी के विपक्ष के दावे को हवा देने का आरोप लगाया.
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा है कि यह कोई ईमानदार गलती नहीं थी. मालवीय ने एक्स पर लिखा, ‘महाराष्ट्र पर कांग्रेस के झूठे बयान को बढ़ावा देने के अतिउत्साह में, सीएसडीएस ने बिना कंफर्म किए आंकड़े जारी कर दिए. यह विश्लेषण नहीं है, यह पुष्टिकरण पूर्वाग्रह है. अब समय आ गया है कि हम संजय कुमार और योगेंद्र यादव जैसे लोगों के पाखंडी उपदेशों को चुटकी भर नहीं, बल्कि नमक की बोरी की तरह लें.’
राहुल ने उठाया था महाराष्ट्र का मुद्दा
कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष इस साल के अंत में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग की ओर से बिहार में चलाए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान के बीच वोटर लिस्ट में हेराफेरी का आरोप लगा रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2024 के विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र में बीजेपी की हार के बाद से चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगा रहे हैं.
सात अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, राहुल गांधी ने कर्नाटक के महावीरपुरा विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का इस्तेमाल करते हुए चुनाव आयोग पर बीजेपी के इशारे पर वोटर लिस्ट में हेराफेरी का आरोप लगाया. उन्होंने इसे बीजेपी को फ़ायदा पहुंचाने के लिए ‘वोट चोरी’ करार दिया और इसे पूरे भारत में हो रही ‘धोखाधड़ी’ का एक उदाहरण बताया. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 17 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना ‘वोट चोरी’ के दावों को निराधार बताया गया.
चुनाव आयोग ने की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे स्क्रीनशॉट के अनुसार, संजय कुमार की महाराष्ट्र के आंकड़ों वाली पोस्ट 17 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद आई थी. एक चुनाव विश्लेषक के इस आंकड़े ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस को चुनाव आयोग के अधिकारियों पर हमला करने का मौका दे दिया. संजय कुमार की अब डिलीट हो चुकी पोस्ट और राहुल की ‘वोट चोरी’ वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस, दोनों एक ही दिन, 17 अगस्त को हुई थीं.
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राहुल गांधी ने दावा किया कि जुलाई और नवंबर 2024 के बीच महाराष्ट्र में 47 लाख मतदाताओं की बढ़ोतरी का हवाला देते हुए बीजेपी के पक्ष में वोटर लिस्ट में हेरफेर किया गया था. राहुल के ‘वोट चोरी’ के आरोपों ने विपक्षी INDIA ब्लॉग की ओर से विरोध को जन्म दिया है, जो अब मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ ‘पद से हटाने का प्रस्ताव’ लाने पर जोर दे रहा है.
डिलीट हो चुकी पोस्ट में क्या दावा किया?
17 अगस्त को, संजय कुमार ने एक्स को दिए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि नासिक पश्चिम में मतदाताओं की संख्या 2024 के लोकसभा चुनावों में 328,053 से बढ़कर विधानसभा चुनावों में 483,459 हो गई, जो 47.38% की वृद्धि थी. हिंगना में, उन्होंने दावा किया कि संख्या 314,605 से बढ़कर 450,414 हो गई, जो 43.08% की बढ़ोतरी थी.
लोकनीति-सीएसडीएस और सीएसडीएस दिल्ली के साथ टैग की गई इस पोस्ट को हजारों लोगों ने देखा और विपक्षी नेताओं ने वोटर लिस्ट में अनियमितताओं के दावों के समर्थन में इसे तेजी से प्रचारित किया.
हालांकि, जैसा कि संजय कुमार ने मंगलवार को साफ किया, आंकड़े गलत थे. उन्होंने बाद में वह पोस्ट हटा दी और माफ़ी मांगते हुए कहा, ‘इस विवाद में शामिल आंकड़े हमारी डेटा टीम की ओर से गलत पढ़े गए थे. अब वह ट्वीट हटा दिया गया है.’
बीजेपी ने संजय कुमार की गलती का फायदा उठाते हुए उन पर पक्षपात करने और चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश का आरोप लगाया. संजय कुमार के पुराने और नए पोस्ट के स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए, बीजेपी तेलंगाना राज्य कोषाध्यक्ष शांति कुमार ने इसे ‘फर्जी खबर’ फैलाने की कोशिश बताया है.
‘फर्जी डेटा के लिए माफी मांगे कांग्रेस’
बीजेपी नेता शांति कुमार ने एक्स पर लिखा, ‘इससे कांग्रेस को चुनाव अधिकारियों पर हमला करने का एक हथियार मिल गया, और अब आप चुपचाप माफ़ी मांगकर बच निकलना चाहते हैं. माफ़ी चाहता हूँ, लेकिन आपकी माफ़ी से नुकसान की भरपाई नहीं होगी!’
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘सीएसडीएस के संजय कुमार ने स्वीकार किया है कि महाराष्ट्र पर उनका डेटा फर्जी था. इसी फर्जीवाड़े के आधार पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर हमला किया. क्या कांग्रेस महाराष्ट्र और उसके महान लोगों का अपमान करने के लिए माफी मांगेगी?’
चुनाव आयोग ने राहुल के ‘वोट चोरी’ के दावों का खंडन किया है. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने इन्हें ‘निराधार’ बताया है और रायबरेली के सांसद से हलफनामा देकर अपनी बात साबित करने या माफ़ी मांगने की अपील की है. चुनाव आयोग ने साफ किया है कि वोटर लिस्ट में संशोधन, जिसमें महाराष्ट्र का संशोधन भी शामिल है, पारदर्शी प्रक्रियाओं का पालन करके डुप्लिकेट और मृत मतदाताओं को हटाने के लिए होता है, न कि वैध मतदाताओं का वोटिंग राइट छीनने के लिए किया जाता है.
बिहार राज्य चुनाव आयोग ने इस पूरे मामले पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘सीएसडीएस संजय कुमार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संबंध में पोस्ट किए गए ट्वीट के लिए माफी मांगी. उनका ट्वीट अब हटा दिया गया है लेकिन स्क्रीनशॉट मौजूद है. उनके आंकड़ों का हवाला देकर कई कांग्रेस और विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग से सवाल पूछे थे.’