बेगूसराय में गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जिले के 10 जिलों के लगभग 2500 कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ संवाद किया। यह बैठक राजनीतिक हलचल और पार्टी के भीतर गुटबाजी के बीच आयोजित की गई थी। सूत्रों के अनुसार, इस आयोजन का उद्देश्य स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय स्थापित करना और कोर वोट बैंक में उत्पन्न नाराजगी को कम करना था।
बैठक में अमित शाह ने पार्टी की आगामी रणनीतियों पर चर्चा की और कार्यकर्ताओं को चुनावी जिम्मेदारियों का बारीकी से पालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि संगठन मजबूत होगा तो ही जनप्रतिनिधियों की योजनाओं और विकास कार्यों का सही तरीके से क्रियान्वयन संभव है। उपस्थित नेताओं ने भी अपने क्षेत्र में चल रहे मतभेदों और संगठनात्मक चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की।
विशेषज्ञों का कहना है कि बेगूसराय की यह बैठक पार्टी की आंतरिक गुटबाजी को सुलझाने के लिए एक रणनीतिक कदम है। पिछले कुछ महीनों में स्थानीय स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद बढ़े थे, जिससे कार्यकर्ताओं का उत्साह प्रभावित हुआ था। अमित शाह का व्यक्तिगत रूप से जिले में पहुंचना इस संदेश को भी मजबूती देता है कि पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है।
बैठक के दौरान अमित शाह ने कहा कि केवल चुनावी जीत ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि संगठन के हर स्तर पर एकजुटता और जनता की अपेक्षाओं को पूरा करना भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि राजनीतिक स्थिरता और विकास कार्यों की सफलता कार्यकर्ता ही सुनिश्चित कर सकते हैं।
स्थानीय नेताओं ने भी अपने क्षेत्र के मुद्दों और कार्यकर्ताओं की परेशानियों को सीधे केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा। इस संवाद से यह स्पष्ट हुआ कि पार्टी नेतृत्व न केवल चुनावी रणनीति पर ध्यान दे रहा है, बल्कि संगठनात्मक ढांचे और मतभेदों को सुलझाने के लिए भी सक्रिय है।