केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू से दिल्ली लौटते समय खराब मौसम के कारण अपनी उड़ान को जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड करना पड़ा. शाह सोमवार को जम्मू के दौरे पर थे. उन्होंने बिक्रम चौक के पास बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया. इस दौरान गृह मंत्री ने बाढ़ से प्रभावित लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना. इसके बाद उन्होंने जम्मू कश्मीर में बाढ़ राहत उपायों पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में कई आला अधिकारियों से बातचीत की गई. गृह मंत्री अमित शाह के साथ लेफ्टेन गवर्नर मनोज सिन्हा भी मौजूद थे.
अमित शाह का विमान सोमवार शाम खराब मौसम के कारण जयपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड हुआ. शाह जम्मू-कश्मीर से दिल्ली लौट रहे थे, लेकिन दिल्ली में मौसम बिगड़ने के चलते उड़ान को डायवर्ट करना पड़ा.
गृह मंत्री बीएसएफ के विशेष विमान से जयपुर पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उनका स्वागत किया. मौसम साफ न होने की स्थिति में अमित शाह का जयपुर में रात्रि विश्राम भी संभव है.
जम्मू में बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, अमित शाह ने नुकसान का लिया जायजा
अमित शाह ने जम्मू के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की समीक्षा की. उनके साथ जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे.
शाह ने विक्रम चौक के पास तवी पुल पर रुककर नदी किनारे हुए नुकसान का निरीक्षण किया. उन्होंने प्रभावित इलाकों में बर्बादी के पैमाने और जरूरी राहत कार्यों की स्थिति का आंकलन किया. उनके दौरे का मकसद यह सुनिश्चित करना था कि प्रभावित लोगों को समय पर पर्याप्त मदद पहुंच रही है और राहत कार्य सुचारू रूप से जारी हैं.
जम्मू में बाढ़ से कई मकान पानी के तेज बहाव में बह गए हैं. केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों में जाकर देखा कि किस प्रकार की तबाही हुई है और स्थानीय प्रशासन किस तरह से राहत और पुनर्वास कार्यों को अंजाम दे रहा है. उन्होंने अधिकारियों से सीधे बातचीत कर यह सुनिश्चित किया कि जितनी जरूरत है, उतनी मदद प्रभावित लोगों तक पहुँच रही है या नहीं.
इस दौरान अमित शाह ने स्थानीय अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में आवश्यक राहत सामग्री और सुरक्षा इंतजाम तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी देखा कि तटीय क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा, जल निकासी और सड़क मार्गों की बहाली के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं.
साथ ही उन्होंने प्रभावित नागरिकों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी. उनका यह दौरा बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों की प्रभावशीलता और प्रशासनिक तत्परता का जायजा लेने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.