रायपुर : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 23 अगस्त से 25 अगस्त तक तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं. शुक्रवार को दौरे के पहले दिन वो रायपुर पहुंचेंगे. इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री का फोकस नक्सल प्रभावित राज्यों को लेकर बड़ी रणनीति बनाने को लेकर है.
नक्सल प्रभावित राज्यों में शांति स्थापित करना लक्ष्य : इन राज्यों में शांति स्थापित करके उन राज्यों में विकास की बयार बहाना केंद्र सरकार का सपना है.लिहाजा केंद्रीय गृहमंत्री इस दौरे में नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक करेंगे.इसके बाद अलग-अलग राज्यों में किस तरह से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जाए,इसे लेकर रणनीति तैयार की जाएगी.
जानिए केंद्रीय गृहमंत्री का पूरा कार्यक्रम :
23 अगस्त का शेड्यूल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 23 अगस्त की रात 10 बजकर 10 मिनट पर रायपुर एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे.
एयरपोर्ट से रात्रि विश्राम के लिए नवा रायपुर के होटल रवाना होंगे.
24 अगस्त का शेड्यूल
24 अगस्त को सुबह 10:15 बजे रायपुर एयरपोर्ट से गृहमंत्री चंपारण जाएंगे
सुबह 10:50 बजे से 11:10 बजे तक वल्लभाचार्य आश्रम में रहेंगे
दोपहर 12:00 बजे से लेकर 1:30 बजे तक रायपुर में इंटर स्टेट कोऑर्डिनेशन मीटिंग में हिस्सा लेंगे
दोपहर 2:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक छत्तीसगढ़ पुलिस की रिव्यू मीटिंग लेंगे.
दोपहर 3:00 बजे से लेकर 4:30 बजे तक विशेष आमंत्रित लोगों से गृहमंत्री मीटिंग करेंगे
शाम 4:30 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक डेवलपमेंट वर्क रिव्यू होगा.
रात 8:00 बजे से लेकर 9:30 बजे तक अलग-अलग राज्यों के DGP के साथ चर्चा करेंगे.
25 अगस्त का शेड्यूल
25 अगस्त की सुबह 11 बजे NCB ब्रांच ऑफिस का उद्घाटन करेंगे.इसके बाद नारकोटिक्स विभाग का रिव्यू करेंगे.
दोपहर 2 बजे से 3:30 बजे तक छत्तीसगढ़ सरकार के साथ रिव्यू मीटिंग करेंगे.
केंद्रीय गृहमंत्री दोपहर 3:50 बजे रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.
देश में नक्सलवाद: साल 2015 में पूरे देश के 11 राज्यों के 106 जिले नक्सल प्रभावित थे. अब राज्यों में 38 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें से सबसे ज्यादा 15 नक्सल प्रभावित जिले छत्तीसगढ़ में ही हैं. अमित शाह के दौरे के बाद यह माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के जो जिले नक्सल प्रभावित हैं, उनको लेकर अलग से रणनीति बनाई जा सकती है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले: देश के कुल 38 जिलों में से छत्तीसगढ़ के 15 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें बीजापुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़ छुई खदान गंडई, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली नक्सल प्रभावित जिले हैं. पूरे देश में छत्तीसगढ़ के रोल मॉडल को सबसे ऊपर रखा गया है, लेकिन यह भी सही है कि पूरे देश में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या भी सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में है.