आम्रपाली केस: सुप्रीम कोर्ट जुलाई में करेगा सुनवाई, होम बायर्स को राहत की आस..

आम्रपाली समूह के मामलों में घर खरीदारों की याचिकाओं सहित अन्य याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (30 अप्रैल) को जुलाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया है. अब सीजेआई द्वारा गठित नई पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी. जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने कहा कि वह इस मामले का निपटारा करना चाहती है, क्योंकि यह अनिश्चितकाल तक नहीं चल सकता.

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घर खरीदारों की तरफ से कोर्ट में पेश हुए वकील एमएल लाहोटी ने कहा कि कुछ मुद्दे हैं, खासतौर से आम्रपाली समूह के पूर्ववर्ती प्रबंधन के अधिकारियों और प्रवर्ततकों से धन की वसूली का मुद्दा, जिसका उल्लेख मामले में 2019 के मुख्य फैसले में किया गया है जिस पर निर्णय की जरूरत है. उन्होंने कहा कि फैसले में उल्लिखित मुद्दों को अनसुलझा नहीं छोड़ा जा सकता. वहीं कुछ अन्य घर खरीदारों की ओर से पेश हुए सीनियर वकील गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि कोर्ट को प्रभावी सहायता प्रदान करने के लिए इस मामले में एक न्यायमित्र (amicus curiae) नियुक्त करने की आवश्यकता है.

9 जन को रिटायर्ड होंगी जस्टिस बेला त्रिवेदी

जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने कहा कि वह पदभार ग्रहण करने के बाद से ही इस मामले की सुनवाई कर रही हैं और उन्होंने कुछ मुद्दों को निपटाने का प्रयास भी किया है, लेकिन प्रभावी निपटान के लिए पक्षों को आगे आना होगा. जस्टिस त्रिवेदी ने कहा कि जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा जो अब भी सुप्रीम कोर्ट में मौजूद रहेंगे, शेष मुद्दों का ध्यान रखेंगे. जस्टिस त्रिवेदी सुप्रीम कोर्ट के ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान 9 जून को सेवानिवृत्त होने वाली हैं.

कोर्ट ने स्थिति रिपोर्ट को रिकॉर्ड में लिया

बेंच ने घर खरीदारों की ओर से पेश लाहोटी और एनबीसीसी द्वारा प्रस्तुत नोट एवं मामले में ग्रेटर नोएडा और नोएडा प्राधिकरण द्वारा दायर स्थिति रिपोर्ट को रिकॉर्ड में लिया. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीले 7 मार्च को कहा था कि रियल एस्टेट क्षेत्र की प्रमुख कंपनी आम्रपाली समूह से संबंधित मामले अनिश्चितकाल तक नहीं चल सकते. इसके साथ ही कोर्ट ने इस मामले पर अपने दिए गए निर्देशों के अनुपालन की रिपोर्ट मांगी थी.

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