11 साल के बच्चे ने गुल्लक से निकाले 90000, लग गई थी ऑनलाइन गेमिंग की लत; गंवा दी ‘जमापूंजी’

उत्तर प्रदेश के कानपुर में ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में फंसे एक मासूम ने अपने घर की गुल्लक से करीब 90,000 रुपए निकालकर दांव पर लगा दिए. कैफे संचालकों ने उसे जीत और इनाम का भरोसा दिया था. बच्चे की लत और कैफे संचालकों द्वारा दिया गया लालच एक परिवार की पूरी जमा पूंजी ले डूबा है.

पूरा मामला कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र के रतनपुर का है जहां रहने वाला 11 साल का मासूम मोबाइल पर ऑनलाइन गेम्स खेलने का आदी हो गया. जिसके बाद घरवालों की डांट के चलते मासूम अक्सर कैफे पर जाकर अपना यह शौक पूरा किया करता था. इसी बीच कैफे संचालक ने उसे पैसे लगाकर पैसे कमाने और इनाम पाने का लालच दिया. इसके बाद मासूम ने घर में रखी गुल्लक से धीरे-धीरे ₹90,000 रुपये निकाल लिए. बच्चा ये सारे पैसे ऑनलाइन गेम में लगाकर हार गया.. जब परिवार को पैसे की जरूरत महसूस हुई तो उन्होंने गुल्लक खोली लेकिन गुल्लक पूरी खाली थी.

जिसके बाद बेटे को डांट डपटकर उन्होंने पूछताछ की तो उसने पूरी घटना का खुलासा कर दिया. इसके बाद परिवार कैफे संचालकों के पास पहुंचा. एक कैफे संचालक ने तो मामले में गलती मानी लेकिन दूसरे कैफे संचालक ने उल्टे परिवार के साथ ही गाली-गलौज शुरू कर दी. इतना ही नहीं उसने धमकी भी दी, ‘बेटा खुद लेकर आता था, खुद खेलता था, मैंने उसको कुछ नहीं सिखाया.’ इसके बाद परिवार ने पुलिस चौकी में मामले की शिकायत की. स्थानीय पुलिस ने शिकायत के बाद कोई एक्शन नहीं लिया जिसके बाद बच्चे के पिता ने एसीपी वेस्ट ऑफिस में शिकायत प्रार्थना पत्र दिया है.

पढ़ाई के लिए दिलाया था फोन

पीड़ित परिवार मूल रूप से कानपुर देहात का रहने वाला है. बच्चे की पढ़ाई के लिए ही वह कानपुर के रतनपुर में कमरा किराए पर लेकर रह रहा था. परिवारवालों ने बताया कि बेटे को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए उन्होंने महंगा एंड्रॉयड फोन दिलाया था जिसके चलते वह रात-दिन मोबाइल में गेम्स खेलते रहता था. परिवार ने बताया कि वह अपने खर्चे से कुछ रुपए बचत के निकाल कर बेटे की गुल्लक में डालते थे. जब उन्हें जरूरत होती थी तो उससे पैसे निकल लेते थे. मासूम बेटे ने कुछ लोगों के बहकावे में आकर पैसे से पैसा बनाने के लालच में पूरी गुल्लक खाली कर दी.

जांच में जुटी पुलिस

11 साल का उनका बेटा रतनपुर में ही एक स्स्कूल में थर्ड क्लास का छात्र है. परिवार ने बताया कि घर पर अकेले रहने का फायदा मासूम ने उठाया और पढ़ाई की जगह मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलने लगा. इसके बाद कैफे संचालकों ने बच्चे की मासूमियत का फायदा उठाया. कैफे संचालक उनके बेटे से ₹100 से लेकर ₹4000 तक की बैट ऑनलाइन गेम में लगवाते थे. पूरे मामले में एडीसीपी वेस्ट कपिल देव सिंह ने बताया कि मामले की शिकायत आई है. स्थानीय पुलिस को जांच के बाद कार्रवाई के आदेश दिए गए

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