जब एक-एक कर उठ खड़े हुए 12 ‘मुर्दे’! MP के इस जिले में गजब का मामला आया सामने, जानें पूरी कहानी

मध्य प्रदेश के धार जिले में जब जमीन पर सफेद चादर से ढके हुए 12 मुर्दे एक-एक कर उठ खड़े हुए तो लोग देखते रह गए. यह पूरा मामला जिले में स्थित पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र (Pithampur Industrial Area) का है.

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जानकारी के अनुसार, पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में बुधवार को यूनियन कार्बाइड भोपाल के जहरीले कचरे के निपटान के विरोध में गांधीवादी तरीके से शव सत्याग्रह किया गया. पीथमपुर में महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर पीथमपुर बचाओ समिति के 12 सदस्यों ने ठीक 12 बजे 12 मिनट तक शव की मुद्रा में लेटकर विरोध जताया.

भोपाल से लाया गया रासायनिक कचरा

पीथमपुर बचाव समिति के अध्यक्ष डॉ. हेमंत हीरोले ने बताया कि 1 जनवरी 2025 की रात 12 कंटेनरों में भोपाल से रासायनिक कचरा रामकी एनवायरो कंपनी में लाया गया. डॉक्टर हीरोले ने चेतावनी दी कि अगर कचरे का निपटान पीथमपुर में किया गया तो न केवल शहर, बल्कि आसपास के कई गांव भी प्रदूषण की चपेट में आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि कंटेनर की सिल टूटने पर बड़ा जनाक्रोश उत्पन्न हो सकता है और बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा.

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जिले में प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी. उनका कहना है कि उच्च न्यायालय (हाईकोर्ट) में सरकार ने उनकी चिंताओं को नहीं रखा.

पहले कई मजूदर और कर्मचारी हो चुके हैं बीमार

भोपाल गैस पीड़ित कार्यकर्ता साधना कर्णिक प्रधान ने बताया कि पहले 2015 में जो यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाया गया था, उसका विकराल असर पीथमपुर पर पड़ा था. इससे कई मजदूर और कर्मचारी बीमारियों से पीड़ित हो गए थे. अब 337 मीट्रिक टन कचरा लाया गया है और भोपाल में अभी भी 1 लाख मीट्रिक टन कचरा पड़ा है, जिसका निपटान भी पीथमपुर में किया जाएगा या नहीं, यह सवाल अभी भी बना हुआ है.

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