बलिया : जनपद के बैरिया तहसील क्षेत्र के दलछपरा में कमांडो अवनीश मौर्य के साथ आर्मी जवानों का जत्था पहुंचा. बीते दिनों दिवंगत हुए आर्मी मेडिकल कोर के जवान दीपक यादव के पत्नी, पुत्र और भाइयों से मिले. सेना के जवानों ने अपने दिवंगत सेना के जवान साथी के परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया.
इस अवसर पर दलछपरा पहुंचे आर्मी जवानों ने एक बंद लिफाफा में कुछ धनराशि अपने दिवंगत साथी के आठ माह के पुत्र के हाथ में रखकर शहीद दीपक यादव के बड़े भाई जो खुद भी सेना के जवान हैं, से कहा कि यह हम लोगों के तरफ से एक छोटा सा सहायता इस बच्चे के लिए है. यह धन किसी बैंक में जमा कर दें, ताकि वक्त पर हमारे शहीद साथी के बच्चे के पढ़ाई लिखाई या रोजगार करने में सहायक बने.
सेना के जवानों ने यह भी अस्वस्त किया कि हम आर्मी के जवान हैं. हमारे साथ अनुशासन जुड़ा रहता है. अनुशासनिक दायरे में रहते हुए हमसे जो भी सहायता बन पड़ेगी जो भी सहयोग हमसे खोजा जाएगा आप लोग बेहिचक हम लोगों को सूचित कर दीजिएगा. हम वह हर संभव सहयोग करने के लिए तत्पर रहेंगे. इस मौके पर सेना के जवानों ने शहीद दीपक यादव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की सलामी दी और 2 मिनट मौन रहकर अपने दिवंगत साथी की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
पूछे जाने पर आर्मी के जवानों ने बताया कि हम लोग अलग-अलग जगह पर सेना में तैनात हैं. हम लोग अपने से ‘बागी बलिया सैनिक संगठन’ बनाए हैं. जिसका उद्देश्य किसी भी सैनिक साथी के साथ कोई हादसा या फिर अनुशासन के दायरे में रहते हुए कोई सहयोग की दरकार पड़ी तो हम लोग सहयोग की भावना रखते हैं.
अपने साथी शहीद दीपक यादव के दिवंगत होने की बात सुनने के बाद हम लोगों ने अपने ग्रुप में यह सूचना दे दी कि हमे 20 अप्रैल को शाहिद साथी दीपक के घर चलना चाहिए. उनकी पत्नी बच्चे उनके भाई-बहन परिवार के लोगों को सांत्वना देनी चाहिए. जो लोग छुट्टी पर हो वह लोग जरूर चलें. सैनिकों ने बताया कि हम सभी लोग नौकरी कर रहे हैं, और यहां जितने सैनिक साथी आए हैं, सब लोग छुट्टी पर हैं.
सुख-दुख सबके साथ होता है. यह हम सैनिकों का एक प्रयास है. सैनिकों ने इस मौके पर यह भी मांग रखी कि यदि ग्राम पंचायत में कोई जमीन हो तो प्रधान जी उपलब्ध करा दें. शाहिद दीपक का वहां स्मारक बनाया जाए और शहीद मेला भी लगाया जाए. यह हम लोगों की इच्छा है. शहीद दीपक यादव के घर पांच दर्जन से अधिक वह सेना के जवान पहुंचे थे जो वर्तमान समय में छुट्टी पर अपने-अपने घर आए हुए थे. इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में दलछपरा गांव के ग्रामीण भी मौजूद रहे. जुटे लोग आर्मी के जवानों की भावना का बहुत सम्मान किया और अपने गांव में उत्साह के साथ उनका आदर किए.