सोनभद्र : दुद्धी विकासखंड के घिवही रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में मारे गए वाहन चालक आशु जायसवाल का अंतिम संस्कार स्थानीय ड्राइवरों ने मिलकर किया. यह घटना मानवता की एक मिसाल है.
30 वर्षीय आशु जायसवाल, जो वाराणसी के रहने वाले थे, की मृत्यु के बाद उनके परिवार वाले काफी देर तक नहीं पहुंच पाए. इस मुश्किल घड़ी में, एंबुलेंस चालक उमाशंकर कुशवाहा के नेतृत्व में सनी कुमार, विजय प्रसाद, राजेश, अमरेश कुमार, श्रवण कुमार, संतु कुमार, सुनील कुमार आदि दर्जनों ड्राइवरों ने आगे बढ़कर आशु का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार कनहर ठेमा नदी के संगम तट पर कराया.
आशु लगभग 10-12 वर्षों से वाहन चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे. उनकी मृत्यु से उनके 6 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि दी, जिसने मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया.
यह घटना हमें याद दिलाती है कि मानवता अभी भी जिंदा है और ऐसे कठिन समय में लोग एक-दूसरे के लिए कितने सहयोगी हो सकते हैं.