उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व(बीटीआर) के आमानाला हाथी कैंप में शनिवार सुबह ह्दयविदारक घटना हो गई। अष्टम नामक हाथी मद में मस्त था, उसने चारा डालने आए श्रमिक को पटककर मार डाला। बता दें कि नर हाथियों में ऋतुकाल(मेटिंग सीजन) में कान के पास से एक द्रव निकलता है जिसे मद कहते हैं। ऐसी अवस्था में हाथी उग्र हो जाते हैं।
ऐसे हुआ यह हादसा
बताया गया है कि पास के देवरी गांव निवासी श्रमिक नागेंद्र सिंह शनिवार सुबह छह बजे जंजीरों से बंधे अष्टम को चारा डालने गया था।
इसी दौरान अष्टम ने उसे अपनी सूंड़ से उठाकर पटक दिया। मौके पर ही नागेंद्र की मौत हो गई।
वनाधिकारियों ने बताया कि अष्टम की आयु साढ़े बाइस साल है। वह गश्ती हाथी दल में अहम भूमिका में है।
सामान्य दिनों में वह बेहद शिष्ट हाथी माना जाता है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ही तूफान नामक हाथी ने इसे जन्म दिया था।
बताया जा रहा है कि मृतक श्रमिक अकुशल था। उसकी ड्यूटी हाथी की देखभाल के लिए लगाई गई थी। हालांकि इस तरह के काम अकुशल श्रमिक ही करते हैं, लेकिन अब घटना के बाद यह सवाल उठाए जाने लगे हैं कि जब हाथी मद में था तो कुशल श्रमिक को ही उसकी देखभाल के लिए तैनात किया जाना चाहिए था।