आंध्र प्रदेश के तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के प्रसाद (लड्डू) में मिलावटी घी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच शुरू हो गई है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच का नेतृत्व आंध्र प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी कर रहे हैं.
इस मुद्दे पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सदस्य वाईवी सुब्बा रेड्डी की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने 4 अक्टूबर को जांच का आदेश जारी किया था, जिसके बाद एसआईटी की जांच शुरू हुई.
प्रसाद में मिलावट का आरोप
इस मामले में आरोप था कि जगन सरकार के दौरान तिरुमला तिरुपति देवस्थानम द्वारा लड्डू बनाने में पशु वसा का उपयोग किया गया था. यह बात सामने आने पर इसपर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सितंबर में दावा किया था कि राज्य में वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तिरुपति के लड्डू तैयार करने में पशु वसा का इस्तेमाल किया गया था, जिससे बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था. इन आरोपों पर जवाब देते हुए जगन मोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया था.
घी की जांच होगी
एसआईटी ने अपनी जांच के तहत तिरुमला तिरुपति देवस्थानम द्वारा खरीदी गई घी की गुणवत्ता और आपूर्ति प्रक्रिया का सत्यापन शुरू कर दिया है. इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा तिरुपति-पूर्व थाने में दर्ज की गई केस पर भी जांच जारी है.
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद, सीबीआई निदेशक द्वारा इस जांच की निगरानी की जाएगी, और समिति में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), आंध्र प्रदेश पुलिस और भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के अधिकारी शामिल हैं.