रीवा में उबाल: छात्राओं पर अश्लील गीत, गायक सुधीर पांडे के खिलाफ फूटा गुस्सा!

रीवा :  सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक लोकगीत को लेकर रीवा में बवाल मच गया है.गायक सुधीर पांडे के एक गीत में टीआरएस कॉलेज की छात्राओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों ने छात्र संगठनों को आंदोलित कर दिया है.जिन्होंने गायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह घटना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाओं और कलाकारों की नैतिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करती है.

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छात्रों का फूटा गुस्सा: ‘अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब अपमान नहीं

इस विवाद की जड़ में गायक सुधीर पांडे का वह गीत है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है. इस गीत में छात्राओं के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द इतने अशोभनीय हैं कि उन्होंने रीवा के छात्र समुदाय को एकजुट कर दिया है.छात्रों का स्पष्ट कहना है कि कला और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर किसी भी शिक्षण संस्थान या छात्राओं की गरिमा पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

एसोसिएट ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स’ (ASF) संगठन ने इस मामले में सबसे पहले मुखर होकर गायक सुधीर पांडे के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है.संगठन का मानना है कि ऐसे गीत समाज में छात्राओं की नकारात्मक छवि पेश करते हैं और उनके आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं.

 

ASF के जिला छात्र संघ अध्यक्ष पवन सिंह बघेल ने बताया कि उन्होंने पहले भी सुधीर पांडे से ऐसे आपत्तिजनक गानों को बंद करने की अपील की थी, लेकिन उनकी बातों को अनसुना किया गया.बघेल ने चेतावनी दी कि जब तक प्रशासन सख्त कदम नहीं उठाता, ऐसे लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए समाज और छात्र समुदाय की छवि खराब करते रहेंगे.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की मांग: सार्वजनिक माफी मांगे सुधीर पांडे

इस बीच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) भी इस आंदोलन में शामिल हो गया है। ABVP ने सुधीर पांडे से सार्वजनिक रूप से छात्रों से माफी मांगने की जोरदार अपील की है.एबीवीपी ने यहां तक सुझाव दिया है कि सुधीर पांडे को छात्रों के पैर छूकर माफी मांगनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी कलाकार ऐसी गलती करने की हिम्मत न करे.

पुलिस प्रशासन सक्रिय: जांच के आदेश जारी

मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए हैं। छात्रों और विभिन्न संगठनों के बढ़ते दबाव के बीच, प्रशासन पर निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई करने का दबाव है.
यह घटना सिर्फ एक गीत का मामला नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ती अश्लीलता और कलाकारों की जवाबदेही पर एक बड़ा सवाल है.

 

क्या समाज ऐसे तत्वों को बेलगाम होकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने देगा, या फिर एकजुट होकर उन्हें रोकने के लिए खड़ा होगा? रीवा के छात्र समुदाय ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपनी गरिमा के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे.अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या सुधीर पांडे को अपने किए की माफी मांगनी पड़ती है.

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