डीडवाना – कुचामन : कुचामन सिटी के ग्राम टोरड़ा निवासी बुद्धाराम जाट की मौत के मामले को लेकर शनिवार को कुचामन पुलिस थाने के बाहर जाट समाज के लोगों ने धरना दिया और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.समाज के लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की.
धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि 16 मार्च 2025 को बुद्धाराम पर आरोपी ने जानलेवा हमला किया था.इस हमले में बुद्धाराम को पीठ, हाथ और पैरों पर गंभीर चोटें आई थीं, जिनके चलते उन्हें राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था.हालांकि, करीब एक महीने तक जिंदगी से संघर्ष करने के बाद बुद्धाराम की मौत हो गई.
परिजनों ने पुलिस पर लगाए लापरवाही के आरोप
पीड़ित परिवार के सदस्य भूराराम शेषमा ने बताया कि हमले के बाद कुचामन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन पुलिस ने लापरवाही बरतते हुए उचित धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया और न ही समय पर कोई कार्रवाई की.परिजनों का आरोप है कि यदि शुरुआत में ही सख्त कार्रवाई होती, तो बुद्धाराम की जान बच सकती थी.
जाट समाज की प्रमुख मांगें:
आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए.
पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
परिवार के एक सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी दी जाए.
पीड़ित परिवार के जीवनयापन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
“न्याय नहीं मिला तो होगा उग्र आंदोलन”
धरने पर बैठे लोगों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और प्रशासन उनकी मांगें नहीं मानते हैं, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक थाने के बाहर धरना जारी रहेगा.
पुलिस अधिकारियों ने ये कहा
थाना प्रभारी सतपाल सिंह सिहाग ने जानकारी दी कि मामले में पहले ही मामला दर्ज किया गया था और आरोपी के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है.मृतक का पोस्टमार्टम बोर्ड द्वारा करवाया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.