भोपाल: महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों के साथ मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर चुनाव का ऐलान हो गया है. मध्य प्रदेश की बुधनी और श्योपुर जिले की विजयपुर सीट पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इन दोनों सीटों पर उपचुनाव को लेकर दोनों ही मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस कमर कस चुकी हैं. बीजेपी ने दोनों ही सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर पार्टी आलाकमान को भेज दिया है.
कौन होगा शिवराज का उत्तराधिकारी
मध्य प्रदेश की बुधनी विधानसभा सीट से केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव जीतते आए हैं. वे इस सीट से 2006 में इस सीट से विधायक चुने गए और इसके बाद 2008, 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से ही जीत दर्ज की थी. हालांकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा. इसके चलते यह सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर उनके उत्तराधिकारी के रूप में एक बड़ा नाम उनके बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान का भी है, जो पिछले कई चुनाव से शिवराज सिंह चौहान के लिए जमीनी काम करते आए हैं. हालांकि पार्टी ने संभावित उम्मीदवारों के नामों की सूची तैयार कर पार्टी आलाकमान को भेज दी है. बुधनी विधानसभा सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ रही है. कांग्रेस ने इस सीट से आखिरी चुनाव 1998 में जीता था. जब कांग्रेस के देव कुमार पटेल ने जीत दर्ज की थी.
रामनिवास को कौन देगा टक्कर
उधर कांग्रेस के दिग्गज नेता रामनिवास रावत के बीजेपी में शामिल होने और विधायक पद से इस्तीफा देने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस के रूप में रामनिवास रावत की मजबूत पकड़ रही है, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. रामनिवास रावत अब बीजेपी में हैं और प्रदेश की मोहन सरकार में वन मंत्री भी हैं. वे इस सीट से 6 बार चुनाव जीत चुके हैं. 1990, 1993, 2003, 2008, 2018 और 2023 में वे इस सीट से जीते हैं. हालांकि अब चुनौती कांग्रेस के सामने हैं कि रामनिवास को टक्कर देने वे किसे मैदान में उतारेंगे. हालांकि बीजेपी नेता और पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी पूर्व में नाराज थे, लेकिन पार्टी उन्हें मंत्री का दर्जा देकर मना चुकी है.
कौन होगा दावेदार
विजयपुर विधानसभा सीट पर रामनिवास रावत का नाम फाइनल माना जा रहा है. कांग्रेस से बीजेपी में आने के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था. उधर कांग्रेस भी दोनों सीटों पर मजबूत उम्मीदवार खोजने की कोशिश में जुटी है. माना जा रहा है कि शिवराज के गढ़ में कांग्रेस पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव को मैदान में उतार सकती है.